- कार्ड धारको का कोटेदारो पर गल्ला कम देने का आरोप ,नियुक्त पर्वेक्षक बेपरवाह
- तहसील दुद्धी के हिराचक गांव का मामला।
- देश के ऐसे आपातकालीन समय में कम से कम कोटेदार से ऐसी उम्मीद नही थी- कार्ड धारक ग्रामीण।
जितेंद्र चन्द्रवंशी/आशीष गुप्ता
सोनप्रभात- सोनभद्र
सोनभद्र- दुद्धी। लॉकडाउन के इस विषम परिस्थिति में तहसील मुख्यालय से महज 5 किमी दूर हिराचक गांव के ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर गल्ला वितरण में धांधली का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों का कहना है, कि अंत्योदय कार्ड धारकों को 35 किलो राशन के स्थान 32 किलो तथा पात्र गृहस्थी के कार्ड धारकों से प्रति यूनिट 1 किलो गल्ला कोटेदार द्वारा कटौती की जा रही है। जिससे सरकार की मंशा पर पानी फेरा जा रहा है।जहाँ एक तरफ योगी सरकार कोरोना महामारी काल में ग़रीबो को राशन उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से 1 अप्रैल से सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान पर राशन वितरण करने का निर्देश इस उद्देश्य से दिए कि कोई भी गरीब भूखा ना रहें ,लेकिन उनके आदेशों को दर किनार कर हिराचक गांव में ग़रीबो के राशन पर डाका डालने का खेल शुरू हो गया है।
“जिसको लेकर ग्रामीणों ने खाद्य आपूर्ति विभाग के खिलाफ रोष जताया है,ग्रामीणों ने कहा कि जब हमें पूरा राशन मिलेगा नहीं तो हम खाएंगे क्या..?”
जहाँ एक तरफ लॉक डाउन में मजदूरी मिल नहीं रही जिससे जीविका चलाना मुश्किल हो गया है। कोटेदार के द्वारा राशन के मानक तौल पर इस तरह की कटौती हम कार्ड धारकों को हताश करने जैसा है।
कार्डधारकों की जुबानी – नीचे पढ़े–
- ग्रामीण सरस्वती देवी ने बताया कि उसका सफेद कार्ड बना है जो चार आदमी पर 20 किलो गल्ला मिलता था।जब कल 2 अप्रैल को कोटेदार के यहां गल्ला लेने गए तो 18 किलो ही गल्ला दिया गया।
- ममता देवी ने बताया कि 4 यूनिट का कार्ड है और 18 किलो गल्ला दिया गया।
- पेशे से मजदूर रामकिशुन भुइयां ने बताया कि 2 यूनिट की कार्ड है 10 किलो के स्थान पर 8 किलो ही गल्ला दिया गया।साथ ही कहा कि वे अंत्योदय कार्ड के पात्र है लेकिन उनका सफेद कार्ड बना दिया गया है।
- जहोरन ने बताया कि उनका लाल कार्ड है जिन्हें 32 किलो ही गल्ला मिला।
- विकलांग पात्र गृहस्थी कार्डधारक रविन्द्र के दो यूनिट के कार्ड पर 8 किलो ही गल्ला मिला।
“लेख का आशय आपको सिर्फ खबर पढ़ाना नही है, समय आपको भी जागरूक होने का है। साथ ही सरकार के मंसूबो के साथ खिलवाड़ कर रहे लोगो के खिलाफ खड़ा होने का।”
— सोनप्रभात लेख के माध्यम से सम्बंधित अधिकारियों का ध्यान उक्त मामले पर आकृष्ट कराता है।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.