रेनुकूट/ संवाददाता:- यू.गुप्ता –
- खून में दौड़ रहा जीवन बचाने का जज्बा– दिलीप दुबे प्रयास/निफा सचिव
आज फिर किसी के घर को रोशन करके आया हूँ ,अपने हिस्से की खुशियों को किसी और के नाम करके आया हूँ,चुम ले अपने लाल के माथे को भारत माँ आज फिर अपने लहू के बूंदों को किसी और की रगों में बहने के लिए छोड़ आया हूँ ! उक्त बातें डब्लूबीसी डोनेट करने के बाद रक्तदाता चन्द्र भूषण वर्मा ने कही।
वही संस्था के संस्थापक सचिव दिलीप दुबे ने कहा कि मिर्जापुर की एक 21 वर्षीय बच्ची दिव्यांशी श्रीवास्तवा केंसर से पीड़ित है जिसका इलाज मेदांता हॉस्पिटल लखनऊ में चल रहा है और जिंदगी मौत से जूझ रही हैं और उसे बी पॉजिटिव डब्लू.बी.सी. की जरूरत थी, जिसकी सूचना प्रयास फाउंडेशन के सचिव को हिंडालको के सेवानिवृत्त कर्मचारी वी.के. श्रीवस्तव से मिली
फिर प्रयास सचिव ने पोस्ट बनाकर कई ह्वाट्सप ग्रुप फेसबुक पर पोस्ट कर मदद मांगी तभी प्रयास रक्तदाता चन्द्रभूषण वर्मा से सूचना मिली कि वो लखनऊ में ही रोलेक्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड बिभूति खण्ड लखनऊ में नौकरी कर रहे हैं और डोनेट करना चाहते है फिर मेडिकल परीक्षण के बाद कल यह डोनेशन हुआ। यह डोनेशन मेदांता हॉस्पिटल के डॉ राम आशीष,डॉ अंशुल गुप्ता और डॉ संजय वर्मा के देख रेख में सम्पन्न हुआ।
आइये आपको डब्लू.बी.सी. डोनेशन के बारे में बताते है इस डोनेशन को करने के लिए डोनर का बड़ा दिल होना चाहिए क्योंकि ये ब्लड और प्लेटलेट्स से थोड़ा अलग डोनेशन है आइये डब्लू बी सी डोनेशन के बारे में जानते हैं जिसके बारे में पूर्व के एक दाता ब्लड कमांडो फाउंडेशन के राजीव गोयल ने बताया की डब्ल्यू.बी.सी. डोनेशन करने के 12 घंटे पूर्व दोनों हाथों में कंधों पर व्हाइटसेल्स बढ़ाने के लिए 2 इंजेक्शन लगाए जाते हैं और 12 घंटे बाद इस डोनेशन की प्रक्रिया चालू होती है जो की लगभग 4-5 घंटे की होती है जिसमें एक फरिश्ते के रूप में रक्तदूत किसी अनजान मरीज के लिए अपने आप को 4 घंटे के लिए पूर्ण रूप से समर्पित कर देता है ना हिलता है ना डोलता है बस दोनों हाथ में सुई लगवा कर इस प्रक्रिया को पूरा करता है और किसी की जान को बचाता है ऐसे रक्तदूत वीरों को नमन है।
एक और लखनऊ के रक्त सहयोगी व डब्लू.बी.सी. दाता सचिन श्रीवास्तव ने अपील भी की और कहा कि आपका रक्त दूसरे का जीवन है और डब्ल्यू.बी.सी. विल्कुल सुरक्षित है डरे नही ,अवश्य दान करे डब्ल्यू.बी.सी. दाता चंद्र भूषण ने कहा कि अपनी जिंदगी की किरदार इतनी शिद्दत से निभावो की पर्दा गिरने के बाद भी तालियां रहे।
प्रयास से जुड़े सभी रक्तदाता साथियों ने जीवनदाता चन्द्र भूषण को बधाई देते हुए उनके उत्तम स्वास्थ्य की मंगल कामना करते हुए शुभकामनाएं भी दिए।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.