- डीएम व एसपी को रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेज आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कराये जाने की मांग की।
दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात
दुद्धी सोनभद्र : अधिवक्ता शिवशंकर प्रसाद ने जो कौमी एकता दुद्धी के सचिव है ने डीएम व एसपी को रजिस्टर्ड डाक से पत्र भेज कर कमेटी के अन्य पदाधिकारीयों पर कथित तौर पर फर्जी प्रस्ताव पारित कर बैंक मैनेजर के मिली भगत से समिति के बचत खाते से 40000 रुपये गबन करने का आरोप लगाया है । उन्होंने अधिकारीद्वय से उक्त प्रकरण की जांच कर दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए कठोर कार्यवाही की मांग की है । भेजे शिकायती पत्र में शिवशंकर प्रसाद ने कहा है कि दुद्धी में संचालित कौमी एकता समिति जिसका खाता दुद्धी जिला सहकारी बैंक में है उसका संचालन हम सचिव व कोषाध्यक्ष मदन तिवारी के द्वारा पिछले 19वर्ष से संचालित होते रहा है और में उक्त समिति का सन 2003 से सचिव के पद का निर्वहन कर रहा हूँ । पिछले 35 वर्षों से अखिल भारतीय कवि सम्मेलन मुशायरा का आयोजन स्थानीय जन सहयोग से होता रहा है 24 नवम्बर को हमे अफवाहन पता चला कि 40000 रुपये समिति के खाते से आहरित कर लिया गया मेरे द्वारा जब दूसरे दिन इस बावत जिला सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधक से पूछताछ किया तो उन्होंने इस बात की तस्दीक की और मैनेजर ने बताया कि 16 नवम्बर से उक्त खाते का संचालन रामलोचन तिवारी व मदन तिवारी द्वारा किया जा रहा है मेरे कहने पर की उक्त प्रस्ताव फर्जी है और में आज भी सचिव पद पर हूँ और मैने किसी को खाता संचालित करने का अधिकार नही दिया है मेरे बिना हस्ताक्षर व सहमति उक्त खाते से पैसा आहरित नही हो सकता है इस पर उन्होंने कहा कि यदि आपको आपत्ति है तो मैं खाते का संचालन रोक देता हूं और आगे से बिना सहमति भविष्य में खाते का संचालन नही होगा ।
शिव शंकर प्रसाद ने आगे कहा है कि समिति द्वारा 24 नवम्बर 2022 को तहसील प्रांगण में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व मुशायरा का आयोजन रात्रि 8 बजे से किया गया था इसके मुख्य अतिथि मंत्री संजीव गौड़ व सांसद राम शकल जी थे इसी क्रम में तमाम दर्शक व स्रोता मौजूद थे । आयोजन में लगे बैनर व पोस्टर व बाटे गए निमन्त्रण कार्ड में मेरा नाम बतौर सचिव अंकित है तथा समिति के सामान्य नियमों के अनुसार हमे कोई नोटिस देकर या अस्पष्टीकरण लेकर पद मुक्त नही किया गया है, ऐसी सूरत में 16 नवम्बर 2022 का प्रस्ताव विधि विरुद्ध व फर्जी तरीके से आपराधिक षड्यंत्र कई लोगों द्वारा मिलकर एक कूटरचित दस्तावेज तैयार किया है व शाखा प्रबंधक जिला सहकारी बैंक से मिल कर समिति के धन का दुरुपयोग किया है । इस षड्यन्त्र में जो भी है शामिल है इस फर्जीवाड़े में इन सभी की भूमिका की जांच कराते हुए इनके विरुद्ध कार्यवाही किया जाना न्यायसंगत होगा ।