अनपरा सोनभद:-थाना अनपरा के सिदहवा (लोट ) में आदिवासी शिल्पकला ग्रामोघोग समिति सोनभद्र के द्वारा आदिवासी तीर धनुष प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम में शामिल 56 प्रतिभागियो ने भाग लिया । कार्यक्रम सात राउंड में संपन्न हुआ । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित नागेश प्रताप सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना अनपरा के द्वारा डीहबाबा का पुजा कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में प्रतिभागी बनकर इस तीरंदाजी प्रतियोगिता में शामिल हुए । तीर धनुष प्रातियोगिता में खिलाड़ियों ने चिंहित निशाने पर निशानेबाजी किया । सभी खिलाड़ियों ने अपने अपने हुनर का जलवा बिखेरा प्रत्येक खिलाड़ियों ने चिंहित निशाने पर निशानेबाजी किया अंत में प्रथम विजेता बनने का गौरव प्राप्त किया। रिशु कुमार बैसवार,प्रथम रवीन्द्र कुमार दुतीय, जगदीश तृतीय स्थान पर रहें । मुख्य अतिथि नागेश सिंह ने सभी विजेता को उपहार देकर स्मानित किया ।अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा- आदिवासियों की प्राचीन तीर धनुष कोशल को जीवंत रखने का प्रयास आज भी कायम है जो सराहनीय है।पहले जब हथियार नही होते थे तो बन में रहने वाले आदिवासी वनवासी तीर धनुष से जगली जानवरों के साथ स्वय की सुरक्षा में इस्तेमाल करते थे।अब यह परंपरा आधुनिकता में विलुप्त होते जा रही है।कार्यक्रम के संजोयक जगदीश साहनी ने सभी आए हुए अतिथियो व खिलाड़ियों का समांन किया।इस अवसर पर मुख्य रूप से भोला बैसवार, जे पी सिंह, प्रवीण पटेल, उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जगदीश साहनी ने किया। राकेश कुमार निषाद ने सभा का संचालन किया ।