December 23, 2024 2:13 AM

Menu

Oscar 2025: किरण राव की फिल्म ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर्स 2025 की दौड़ से बाहर, बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी में नहीं मिली जगह

Digital Desk

Oscer 2025: आमिर खान के प्रोडक्शन के बैनर तले बनी किरण राव की बहुचर्चित फिल्म ‘लापता लेडीज’ को ऑस्कर्स 2025 में बड़ा झटका लगा है। यह फिल्म 97वें एकेडमी अवॉर्ड्स के लिए बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में भारत की आधिकारिक एंट्री थी, लेकिन अब यह शॉर्टलिस्ट में जगह बनाने में असफल रही है।

फिल्म की कहानी और निर्देशन को लेकर भले ही इसे देश और विदेश में सराहा गया हो, लेकिन यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अकादमी की कसौटी पर खरा नहीं उतर सकी। फिल्म का निर्देशन किरण राव ने किया है, और इसकी कहानी 2001 में स्थित ग्रामीण भारत में गुम हुई दो नवविवाहित महिलाओं के इर्द-गिर्द घूमती है। यह एक सशक्त, सामाजिक और हास्य-व्यंग्य से भरपूर फिल्म है, जिसे दर्शकों और समीक्षकों ने खूब सराहा था।

भारत की उम्मीदें अधूरी

ऑस्कर्स में भारत की एंट्री को लेकर हर साल दर्शकों और फिल्म जगत को बड़ी उम्मीदें रहती हैं। ‘लापता लेडीज’ से भी ऐसी ही उम्मीदें थीं, क्योंकि यह फिल्म भारतीय ग्रामीण परिवेश और सामाजिक मुद्दों को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करती है। हालाँकि, इसके शॉर्टलिस्ट में जगह न बना पाने से फिल्म इंडस्ट्री और दर्शकों को निराशा हुई है।

आमिर खान का बयान

आमिर खान, जो इस फिल्म के प्रोड्यूसर हैं, ने इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हमें इस बात का अफसोस है कि ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर्स में आगे नहीं बढ़ पाई, लेकिन हमें गर्व है कि इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा के स्तर को एक नया आयाम दिया है। हम आगे भी ऐसी कहानियां प्रस्तुत करेंगे जो दर्शकों को प्रेरित करें।”

शॉर्टलिस्ट में शामिल अन्य देशों की फिल्में

अकादमी ने हाल ही में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर कैटेगरी की शॉर्टलिस्ट जारी की है, जिसमें विभिन्न देशों की 15 बेहतरीन फिल्में शामिल की गई हैं। इनमें जापान, फ्रांस, दक्षिण कोरिया और जर्मनी जैसी फिल्म इंडस्ट्री की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों को जगह मिली है।

15 बेहतरीन फिल्में जो अगले राउंड के लिए चुनी गयी
  • ब्राज़ील: ‘आई एम स्टिल हियर’
  • कनाडा: ‘यूनिवर्सल लैंग्वेज’
  • चेक गणराज्य: ‘वेव्स’
  • डेनमार्क: ‘द गर्ल विद द नीडल’
  • फ्रांस: ‘एमिलिया पेरेज’
  • जर्मनी: ‘द सीड ऑफ द सेक्रेड फिग’
  • आइसलैंड: ‘टच’
  • आयरलैंड: ‘नी कैप’
  • इटली: ‘वेर्मीगलिओ’
  • लातविया: ‘फ्लो’
  • नॉर्वे: ‘अर्मांड’
  • फिलिस्तीन: ‘फ्रॉम ग्राउंड जीरो’
  • सेनेगल: ‘दहोमेय’
  • थाईलैंड: ‘हाउ टू मेक मिलियन बिफोर ग्रैंडमा डाइज’
  • यूनाइटेड किंगडम: ‘संतोष’
आगे का रास्ता

‘लापता लेडीज’ के बाहर होने के बावजूद, भारतीय सिनेमा के लिए यह एक प्रेरणा है कि हम अंतरराष्ट्रीय मंच पर और अधिक प्रभावी प्रस्तुतियां लेकर आएं। किरण राव और आमिर खान ने इस फिल्म के जरिए एक अलग विषय पर बात की, जो सराहनीय है।

हालाँकि ‘लापता लेडीज’ ऑस्कर्स की दौड़ से बाहर हो गई है, लेकिन भारतीय दर्शकों के दिलों में यह फिल्म अपनी जगह बनाने में कामयाब रही है। उम्मीद है कि भविष्य में भारतीय फिल्में ऑस्कर्स में और बड़ी उपलब्धियां हासिल करेंगी।

Ad- Shivam Medical

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

For More Updates Follow Us On

For More Updates Follow Us On