February 22, 2025 7:15 PM

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चुनाव आयोग की नियुक्ति पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया – सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया पर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरा, उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए, राहुल गांधी बोले – "आधी रात में फैसला लेना लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है।"

Digital Desk : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया में केंद्र सरकार की भूमिका पर सवाल उठाते हुए पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर पोस्ट कर कहा कि सरकार चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए घातक साबित हो सकता है।

चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता पर जताई चिंता

राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्था की निष्पक्षता बनाए रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की दखलअंदाजी से चुनाव आयोग की स्वायत्तता खतरे में पड़ सकती है।

Image : Social Media

प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को सौंपा असहमति पत्र

राहुल गांधी ने जानकारी दी कि चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर गठित समिति की बैठक के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को एक असहमति पत्र सौंपा। इस पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए उसकी नियुक्ति प्रक्रिया को सरकार के हस्तक्षेप से मुक्त रखना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी का आरोप

कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने भारत के मुख्य न्यायाधीश (CJI) को चयन समिति से हटा दिया, जो कि न्यायालय के निर्देशों के विपरीत है। राहुल गांधी ने इसे लोकतांत्रिक संस्थानों की स्वायत्तता पर हमला करार दिया।

“आधी रात में फैसला लेना लोकतंत्र का अपमान”

राहुल गांधी ने सरकार द्वारा आधी रात में चुनाव आयुक्त की नियुक्ति किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा,

“यह निर्णय लोकतंत्र का अपमान है। जब मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है और सिर्फ 48 घंटे में इस पर सुनवाई होनी है, तब प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा इतनी जल्दबाजी में निर्णय लेना गंभीर चिंता का विषय है। इससे साफ होता है कि सरकार पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया से भाग रही है।”

आंबेडकर के सिद्धांतों का उल्लंघन

राहुल गांधी ने कहा कि एक विपक्षी नेता के रूप में उनका कर्तव्य है कि वे लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा करें। उन्होंने कहा,

“बाबासाहेब आंबेडकर ने एक मजबूत और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली की नींव रखी थी, लेकिन यह सरकार उन मूल्यों को कमजोर कर रही है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम संविधान की रक्षा करें और सरकार को उसकी जवाबदेही का एहसास कराएं।”

राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘X’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए कहा कि

चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गहराता विवाद

राहुल गांधी ने अपनी पोस्ट में यह मांग की कि चुनाव आयोग की नियुक्ति प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि जनता का लोकतांत्रिक संस्थाओं में विश्वास बना रहे।

यह विवाद ऐसे समय पर खड़ा हुआ है जब देश आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटा हुआ है। विपक्ष लगातार चुनाव आयोग की निष्पक्षता को लेकर सरकार पर सवाल खड़ा कर रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला सुनाता है और सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।

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