June 23, 2025 3:54 PM

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मून स्टार इंग्लिश स्कूल में दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन, पहले दिन AI और NEP 2020 पर रही विशेष चर्चा.

  • — शिक्षा की गुणवत्ता में नवाचार की दिशा में एक सार्थक पहल |

म्योरपुर / सोनभद्र। Sonprabhat Desk

मून स्टार इंग्लिश स्कूल, म्योरपुर ने शिक्षा की गुणवत्ता को सुदृढ़ करने और नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के मूल विचारों को धरातल पर उतारने की दिशा में दो दिवसीय सेवारत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। पहले दिन के प्रशिक्षण में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) और नई शिक्षा नीति 2020 पर विशेष रूप से केंद्रित वर्कशॉप आयोजित किए गए, जिसमें विद्यालय के सभी शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

AI: शिक्षा के भविष्य की ओर कदम

कार्यक्रम के प्रथम सत्र में वरिष्ठ कंप्यूटर शिक्षक/ डिजिटल ट्रेनर आशीष गुप्ता द्वारा “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और इसका शिक्षा में उपयोग” विषय पर प्रभावशाली वर्कशॉप प्रस्तुत किया गया।
उन्होंने बताया कि AI अब सिर्फ तकनीकी दुनिया तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह शिक्षा जगत में भी तेजी से कदम रख चुका है। उन्होंने शिक्षकों को बताया कि कैसे AI आधारित टूल्स जैसे ChatGPT, Google Gemini, Khanmigo, और AI Presentation Tools का इस्तेमाल कर वे शिक्षण को अधिक प्रभावी, इंटरएक्टिव और विद्यार्थियों की समझ के अनुसार अनुकूल बना सकते हैं।

आशीष गुप्ता ने कहा,

“आज की शिक्षा को सिर्फ पाठ्य पुस्तकों तक सीमित रखना अब व्यवहारिक नहीं है। AI एक ऐसा मंच है, जो शिक्षकों की रचनात्मकता को और अधिक बढ़ाता है, जिससे छात्र-छात्राएं वैश्विक स्तर की जानकारी और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।”

उनकी कार्यशाला में AI से जुड़े रियल-टाइम डेमो, क्विज निर्माण, ऑनलाइन मूल्यांकन, निबंध जाँच टूल्स, AI चैटबॉट के उपयोग जैसे व्यावहारिक पहलुओं को शामिल किया गया, जिससे शिक्षकों को तकनीकी रूप से सशक्त बनने की प्रेरणा मिली।

Python के जरिए भविष्य की कोडिंग को समझा

प्रशिक्षण के प्रथम सत्र में ही आगाज करते हुए कंप्यूटर साइंस के प्रशिक्षक तुषार पांडे ने “पाइथन प्रोग्रामिंग इन कंप्यूटर साइंस” पर कार्यशाला आयोजित की। उन्होंने पाइथन की आधारभूत संरचना, कोडिंग सिंटैक्स, लॉजिक बिल्डिंग और शिक्षा क्षेत्र में इसकी उपयोगिता को सरल भाषा में समझाया।
कार्यशाला में प्रतिभागियों ने लाइव कोडिंग के माध्यम से खुद से प्रोग्राम बनाना सीखा, जिससे उन्हें भविष्य में छात्रों को कोडिंग सिखाने में आत्मविश्वास मिलेगा। नॉन कंप्यूटर बैकग्राउंड से रहे शिक्षकों के लिए यह सेशन बहुत महत्वपूर्ण रहा।

NEP 2020: शिक्षण में मूलभूत परिवर्तन की पहल

दोपहर के सत्र में दीपक राय और प्रियंका श्रीवास्तव ने नई शिक्षा नीति (NEP 2020) पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि NEP का उद्देश्य बच्चों में सोचने-समझने की क्षमता विकसित करना, रट्टा आधारित प्रणाली से हटकर अनुभवात्मक अधिगम को बढ़ावा देना है।

उनकी कार्यशाला में प्रमुख बिंदु रहे:

  • मातृभाषा में प्रारंभिक शिक्षा का महत्व
  • 5+3+3+4 की नई पाठ्यक्रम संरचना
  • स्किल डेवलपमेंट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को पाठ्यक्रम में शामिल करने की आवश्यकता
  • शिक्षक प्रशिक्षण और उनके सतत विकास की आवश्यकता
  • मूल्यों और नैतिक शिक्षा का समावेश

उन्होंने कहा कि NEP 2020 शिक्षक की भूमिका को सिर्फ ज्ञान देने वाले से हटाकर गाइड, मेंटॉर और लर्निंग कोच बनाने की दिशा में प्रेरित करती है।

शिक्षकों की प्रतिक्रियाएं रहीं उत्साहजनक

शिक्षकों ने पहले दिन की कार्यशालाओं को अत्यंत प्रेरणादायक, ज्ञानवर्धक और आधुनिक तकनीकी से जुड़ने वाला अनुभव बताया। कई शिक्षकों ने कहा कि इससे उन्हें अपनी कक्षा शिक्षण शैली में नवीन प्रयोग करने की प्रेरणा मिली है।

प्रधानाचार्या रूपा मिश्रा का मार्गदर्शन

विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती रूपा मिश्रा ने पूरे कार्यक्रम की रूपरेखा साझा करते हुए सभी अतिथि प्रशिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि

 “आज का दिन हमारे शिक्षकों के लिए तकनीकी नवाचार और नीति-ज्ञान के अद्भुत समागम का दिन था। आने वाले समय में हम अपने शिक्षण प्रणाली में इन सभी पहलुओं को सम्मिलित करेंगे।”

अंत में

मून स्टार इंग्लिश स्कूल द्वारा आयोजित यह दो दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण न केवल शिक्षकों को आधुनिक तकनीकों और नीतिगत परिवर्तनों से अवगत कराने का प्रयास है, बल्कि यह शिक्षा को एक नई ऊँचाई देने की दिशा में एक सशक्त कदम भी है।

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