April 30, 2025 4:30 AM

Menu

Jagannath Temple : जगन्नाथ मंदिर में अद्भुत घटना, बाज ने शिखर से उड़ाया ध्वज, श्रद्धालुओं ने माना दिव्य संकेत

Jagannath Temple : पुरी के पवित्र श्री जगन्नाथ मंदिर में घटित हुई रहस्यमयी घटना ने भक्तों और धार्मिक विद्वानों को चौंका दिया है। बाज द्वारा मंदिर शिखर पर फहर रहे पतितपावन ध्वज को अपने पंजों में पकड़कर उड़ जाना न केवल धार्मिक भावनाओं को झकझोर गया, बल्कि इसे गरुड़ देव के प्रतीक और भगवान विष्णु के आशीर्वाद के रूप में भी देखा जा रहा है।

Sonprabhat Digital Desk

Jagannath Temple : ओडिशा के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में हाल ही में घटित एक रहस्यमयी घटना ने भक्तों के बीच गहरी श्रद्धा और जिज्ञासा जगा दी है। मंदिर के शिखर पर फहर रहे ध्वज (पतितपावन बाना) को एक बाज ने अपने पंजों में पकड़कर उड़ान भर ली। यह दृश्य मंदिर में उपस्थित भक्तों के लिए आश्चर्यचकित करने वाला ही नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से भी अत्यंत प्रभावशाली रहा।

धार्मिक मान्यताओं और प्राचीन ग्रंथों के संदर्भ में इस घटना को एक दिव्य संकेत (Divine Sign) के रूप में देखा जा रहा है। कई श्रद्धालुओं और विद्वानों का मानना है कि यह घटना किसी आध्यात्मिक परिवर्तन, सकारात्मक ऊर्जा के आगमन या भगवान के विशेष आशीर्वाद का प्रतीक हो सकती है।

ध्वज और गरुड़ का विशेष धार्मिक महत्व

पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर के शिखर पर फहरने वाला ध्वज न केवल धार्मिक प्रतीक है, बल्कि इसे भगवान जगन्नाथ की सजीव उपस्थिति का द्योतक माना जाता है। मान्यता है कि ध्वज के व्यवहार—जैसे उसकी लहराहट की दिशा या कोई असामान्य घटना—को ईश्वरीय संदेश के रूप में देखा जाता है।

दूसरी ओर, गरुड़ देवता, जिन्हें भगवान विष्णु का वाहन और पक्षियों का राजा माना गया है, हिंदू धर्म में धर्म की रक्षा और भगवान की शक्ति के प्रतिनिधि हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जगन्नाथ मंदिर के ऊपर से कोई भी पक्षी उड़ान नहीं भरता, क्योंकि वहां स्वयं गरुड़ देव की उपस्थिति मानी जाती है।

गरुड़ द्वारा ध्वज ले जाना: धार्मिक ग्रंथों में मिलता है संकेत

धार्मिक ग्रंथ जैसे स्कंद पुराण, विष्णु पुराण, भागवत पुराण और बृहत्संहिता में पक्षियों के विशेष व्यवहार को भविष्यवाणी और ईश्वरीय चेतावनी/आशीर्वाद के रूप में वर्णित किया गया है।

स्कंद पुराण में उल्लेख है कि यदि गरुड़ किसी मंदिर के शिखर पर विशेष गतिविधि करे, तो यह धार्मिक जागरण और परिवर्तन का संकेत होता है। बृहत्संहिता में पक्षियों के आचरण को लेकर भविष्यफल की व्याख्या की गई है, जिसमें कहा गया है कि यदि कोई पक्षी ध्वज या पूजन से जुड़ी वस्तु को ले जाए, तो वह ईश्वर की इच्छा और आशीर्वाद का प्रतीक हो सकता है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, श्रद्धालुओं में फैली भक्ति और कौतूहल

इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, भक्तों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई लोगों ने इसे भगवान जगन्नाथ की लीला बताया, वहीं कुछ ने इसे समाज में सकारात्मक परिवर्तन का शुभ संकेत कहा।

Video Link : जगन्नाथ मंदिर में अद्भुत घटना पर वायरल हुआ वीडियो

श्रद्धालुओं का मानना है कि यह घटना एक दिव्य भविष्यवाणी हो सकती है जो आने वाले समय में समाज, धर्म और जनमानस में नई चेतना और परिवर्तन का कारण बनेगी।

आध्यात्मिक संदेश या संयोग?

हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे महज एक संयोग माना जा सकता है, लेकिन धार्मिक भावनाओं से जुड़े लोगों के लिए यह घटना ईश्वर की ओर से भेजा गया संकेत है। यह घटना उन भक्तों के विश्वास को और मजबूत कर गई है जो हर प्राकृतिक घटना में ईश्वरीय संकल्प को देखते हैं।

क्या आने वाला समय लाएगा दिव्य बदलाव?

जगन्नाथ मंदिर जैसी पवित्र स्थली पर हुई इस प्रकार की अलौकिक घटना ने न केवल आम श्रद्धालुओं बल्कि धर्मशास्त्रियों का ध्यान भी आकर्षित किया है। क्या यह केवल एक पक्षी की उड़ान थी, या भगवान जगन्नाथ की ओर से दिया गया कोई संदेश? यह प्रश्न वर्तमान में भक्तों के मन में गूंज रहा है।

इस घटना को लेकर एक बात तो निश्चित है—धर्म, विश्वास और आध्यात्मिक चेतना में यह क्षण एक नई ऊर्जा और आस्था का संचार कर गया है।

Ad- Shivam Medical

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

For More Updates Follow Us On

For More Updates Follow Us On