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सोनभद्र : जिले में संचालित 174 जन आयुष आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में ठोस पहल शुरू हो गई है। इस पहल के तहत राज्य स्तरीय विशेषज्ञ टीम ने जिले के 36 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों (सीएचओ) को एक साथ प्रशिक्षण देकर उनके कौशल और कार्यक्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया। प्रशिक्षण के दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में उपलब्ध संसाधनों और सुविधाओं का अधिकतम उपयोग कर चिकित्सा सेवाओं को प्रभावी बनाने के विभिन्न तरीकों को सिखाया गया।
गंभीर बीमारियों की पहचान और उपचार पर विशेष प्रशिक्षण
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) सभागार में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ऑनलाइन ट्रेनिंग के प्रभाव की समीक्षा की गई। कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों को क्लीनिकल सेवाओं के साथ-साथ हेल्थ मैनेजर और हेल्थ एक्सपर्ट की भूमिका निभाने के लिए प्रशिक्षित किया गया। इसके अलावा, उन्हें गंभीर रोगों की पहचान करने, उनके प्रारंभिक लक्षणों को समझने और आवश्यक उपचार की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान इस बात पर भी जोर दिया गया कि प्रभावित मरीजों को शुरुआती चरण में ही जागरूक कर उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं।
सीएचओ के कौशल और कार्यशैली की गहन समीक्षा
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सोनभद्र मेंटरिंग, लर्निंग एंड इवैल्यूएशन टीम (एमएलई), वैल्यूर क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर और एनएचएसआरसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। प्रशिक्षण का प्रभाव जानने के लिए सीएमओ डॉ. अश्वनी कुमार के निर्देशन में जिले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान चतरा ब्लॉक के नेवारी और सिल्थम, चोपन ब्लॉक के पटवध और डाला, रॉबर्ट्सगंज ब्लॉक के करकी, रॉबर्ट्सगंज ग्रामीण और पकरी सेंटर में तैनात स्टाफ के कार्यों और उनके कौशल का आकलन किया गया।
गांव स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर चर्चा
निरीक्षण के दौरान कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों ने अपने अनुभव साझा किए और गांव स्तर पर स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत बनाने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। इस अवसर पर विशेषज्ञों ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का प्रमुख केंद्र बनाया जा रहा है, जहां न केवल बीमारियों का इलाज किया जाएगा, बल्कि लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा।
कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसरों की भूमिका अहम : सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अश्वनी कुमार ने एमएलई टीम और प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे सीएचओ के साथ बैठक कर उन्हें शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ की हड्डी हैं, इसलिए उन्हें अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से निभाना चाहिए।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में वेल्लोर से आए कंसल्टेंट ट्रेनर प्रोफेसर डॉ. महादेव शिंदे (महाराष्ट्र), नीलम सिद्दीकी (दिल्ली), डॉ. हैडसा (सीएमसी वेल्लोर), स्टेटमेंट मैटर डॉ. संजय कुमार सिंह, एसीएमओ डॉ. आरजी यादव, डीपीएम ऋपुंजय श्रीवास्तव सहित अन्य विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं।
कार्यक्रम के समापन पर सीएमओ ने कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर स्टेटमेंट मेंटर डॉ. संजय कुमार सिंह को प्रमाण पत्र प्रदान किया। साथ ही, सभी सीएचओ को गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं को प्रभावी और सुगम बनाने के लिए तत्पर रहने की प्रेरणा दी, इस पहल से जिले के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे आमजन को उनके गांव में ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुलभ हो सकेंगी।
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