• फर्जी परमिट से हो रहा सैकडो ट्रिपर अवैध परिवहन से गोलमाल
• सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी ने वन विभाग और राजस्व टीम पर लगाए गंभीर आरोप
Sonbhadra News/Report: जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरो चीफ सोनभद्र
दुद्धी, सोनभद्र। तहसील क्षेत्र के पिकनिक स्पॉट के लिए मशहूर जोरकहूं क्षेत्र की कनहर नदी अवैध खनन के कारण अपनी प्राकृतिक सुंदरता खोती जा रही है।सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि जिलाधिकारी के निर्देशों के बावजूद अवैध खनन रोकने में बनी संयुक्त टीम नाकाम साबित हो रही है।
संयोजक रामेश्वर प्रसाद ने मुख्य वन संरक्षक, डीएफओ रेणुकूट और वन एवं पर्यावरण सचिव लखनऊ को ज्ञापन देकर अवैध खनन के कारण हो रही क्षति पर कार्रवाई की मांग की है।उन्होंने कहा कि विंधमगंज रेंज में पिछले एक साल से खनन माफिया सक्रिय हैं,और रेंज के कर्मचारियों की मिलीभगत से कोरगी और बोधाडीह क्षेत्रों में करोड़ों रुपये का बालू चोरी हुआ है।
हर दिन सैकड़ों गाड़ियां बालू ढो रहीं
मुक्ति वाहिनी के अनुसार, दिन-रात करीब100 गाड़ियां अवैध रूप से बालू परिवहन करती हैं। हालांकि,वन विभाग केवल10-15वाहनों पर शुल्क वसूलकर अपनी जिम्मेदारी निभाने का दिखावा करता है।कार्यकर्ताओं का आरोप है कि वन कर्मचारी हर वाहन से 3हजार से 5हजार रुपये की अवैध वसूली करते हैं,जिससे राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है।
रिटायर कर्मचारी अवैध वसूली में सक्रिय
एक गंभीर आरोप में कहा गया है कि विंधमगंज रेंज में तैनात एक पेशकार,जो एक साल पहले सेवानिवृत्त हो चुके हैं,अब भी अवैध खनन और वसूली में सक्रिय हैं।वे ट्रकों और टिपरों से वसूली करते हैं।सवाल उठता है कि वन दरोगा का ट्रांसफर हो जाने के बावजूद चार्ज न देने के पीछे क्या कारण है।
प्रशासनिक चुप्पी पर सवाल
इस गंभीर मामले में दुद्धी के एसडीएम निखिल यादव से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।इससे प्रशासन की चुप्पी और कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
वाहिनी की मांग
सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी ने अवैध खनन पर रोक लगाने,जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने और पर्यावरणीय व राजस्व हानि की जांच की मांग की है।संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे।
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