दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी / सोन प्रभात
(Sonbhadra News) सोनभद्र। दुद्धी (Duddhi) पत्ता कंपनी के पास केयर हॉस्पिटल (Care Hospital) नाम से संचालित अस्पताल में एक महिला के बच्चेदानी ऑपरेशन कराए जाने और उसकी मौत हो जाने का मामला तब गरमाया जब परिजन शव लेकर अस्पताल के सामने रोना , हंगामा करना शुरू किए।
क्या था पूरा मामला ?
जानकारी मिली कि एनीमिया की शिकार महिला प्रमिला देवी पत्नी राजकुमार निवासी (ससुराल) क्षेत्र परासी अनपरा सोनभद्र रहती थी। परिजनों की माने तो महिला के मायके म्योरपुर की आशा अनिता देवी के बताने पर मायके पक्ष के लोगों ने दुद्धी के निजी उक्त अस्पताल में बच्चेदानी का ऑपरेशन हेतु भर्ती दिनांक 28 फरवरी 2023 दिन मंगलवार को सायं 7:00 बजे को कराया, 1 मार्च को प्रातः 9:00 बजे उक्त महिला का ऑपरेशन किया गया।
परिजनों ने कहा
ऑपरेशन के उपरांत ही हालत देर रात्रि को बिगड़ने लगी , स्थिति गंभीर देखते हीं देर रात्रि को अस्पताल संचालक पूर्व में भर्ती मरीजों सहित उक्त प्रमिला के परिजनों को अस्पताल से बाहर कर प्राइवेट अस्पताल जिला सोनभद्र के लिए निकले और प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराने का पुरजोर कोशिश किया परंतु शरीर से आत्मा निकल चुकी थी अर्थात देखते ही मरीज को 4 घंटे पूर्व मौत की पुष्टि चिकित्सकों ने कर दी l मृतक के परिजन जब शव लेकर वापस आ रहे थे तो लेनदेन कर मामला रफा दफा करने का रास्ते में कोशिश किया l परन्तु परिजन अस्पताल लाकर मृतक का शव रखकर इंसाफ की गुहार लगाने लगे l उक्त मृतक महिला के तीन बच्चे विवेक 13 वर्षीय, आदित्य 10 वर्षीय एवं अंकित 6 वर्षीय तीन मासूम बच्चे है जिसे देखकर सभी की आंखें नम हो गई l सूत्रों की माने तो अप्रशिक्षित चिकित्सक झोलाछाप ज्यादा पैसे कमाने के लालच में इस तरह के बड़े ऑपरेशन को भी किसी की जान जोखिम में डालकर अंजाम देते हैं।
सूचना पर पहुंची पुलिस
सूचना पर मौके पर पहुँचे क़स्बा इंचार्ज संजय सिंह ने परिजनों को कार्रवाई का भरोसा देकर शव का पंचनामा भर कर पोस्टमार्टम हेतु पीएम हाउस भेज दिया l आखिर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी (Duddhi) के नाक के नीचे खुलेआम किसके सह पर कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछाप फर्जी दस्तावेजों से अस्पताल चल रहे, महज खानापूर्ति उपरांत स्वास्थ्य विभाग के रहमो करम पर अस्पताल संचालक नाम बदलकर किसी अन्य नाम से अस्पताल खुलेआम संचालित कर लेते हैं इससे पूर्व भी कई मौतें हों चुकी हैं जिस पर पूर्व में अंदरूनी गलियारों में मामला सलटा दिया गया l
क्या कहते हैं स्थानीय?
सूत्रों की माने तो स्वास्थ्य विभाग के ठेकेदार कई गुरुओं ने मौत का प्राइवेट संचालकों से जमकर सौदा किया इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता l और खुलेआम सर्जिकल हॉस्पिटल दर्जनों फल फूल रहे हैं l आशाओं ने भी खुलेआम प्राइवेट अस्पतालों में भेजे जाने का मानो ठेका ले रखा है l चंद पैसों की खातिर मौत का हो रहा खुलेआम सौदा l मुख्य चिकित्सा अधिकारी महोदय उक्त आशा व अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर सीधे सलाखों के पीछे डालें और चिकित्सकों की फर्जी डिग्री लगाकर अस्पताल संचालकों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई अविलंब करें जिससे अपराध की पुनरावृति ना हो l जन हित हेतु स्वाथ्य महकमे को गंभीरता पूर्वक सोचते हुए पिछड़े गांव के अशिक्षित लोगों को जन जागरूकता के साथ उपकेंद्रों के जांच अति आवश्यक है।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.