March 12, 2025 10:50 AM

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Sonbhadra News : सेरीकल्चर रिसोर्स सेंटर से किसानों को मिलेगा तसर रेशम उत्पादन का नवीन प्रशिक्षण

Sonbhadra News : कृषकों को तसर संवर्धन की आधुनिक तकनीकों का प्रशिक्षण देकर रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बनवासी आश्रम परिसर में खोला गया विशेष केंद्र

Sonbhadra News l Sonprabhat l बाबू लाल शर्मा, 

म्योरपुर, सोनभद्र l म्योरपुर के बनवासी आश्रम परिसर में शनिवार को “सेरीकल्चर रिसोर्स सेंटर” का भव्य उद्घाटन किया गया। यह केंद्र केंद्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित है तथा उत्तर प्रदेश के रेशम विकास विभाग के सहयोग से स्थापित किया गया है। उद्घाटन समारोह में कई प्रमुख अधिकारी, कृषक एवं गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

महिला कृषक के हाथों हुआ उद्घाटन

कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि महिला कृषक शीला देवी ने फीता काटकर इस केंद्र का शुभारंभ किया। इस अवसर पर हेल्दी पीपुल प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के निदेशक चंदन शुक्ला, खादी ग्रामोद्योग के प्रबंधक लाल बहादुर कुशवाहा, रेशम विकास विभाग सोनभद्र के सहायक रेशम विकास अधिकारी पंकज कुमार सहित स्थानीय कृषक विमल भाई, देवनाथ भाई, कृष्णा, रामबरन एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

किसानों के लिए प्रशिक्षण का सुनहरा अवसर

इस केंद्र के माध्यम से तसर कृषकों को तसर संवर्धन की नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे रेशम उत्पादन एवं उसकी उत्पादकता में वृद्धि हो सके। तसर कोया उत्पादन, धागाकरण और कपड़ा बुनाई जैसी तसर आधारित आजीविकाओं को बढ़ावा देने में यह केंद्र अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।

रेशम उद्योग को नई दिशा देने की पहल

इस अवसर पर सीएसबी-सीटीआरटीआई, रांची के निदेशक डॉ. एन.बी. चौधरी ने बनवासी सेवा आश्रम एवं राज्य रेशम विभाग, उत्तर प्रदेश को इस संयुक्त आयोजन की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने रेशम विकास विभाग, उत्तर प्रदेश के निदेशक सुनील कुमार वर्मा को इस प्रशिक्षण के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करने हेतु सराहा। साथ ही, सहायक निदेशक रेशम, सोनभद्र, रणबीर सिंह को सोनभद्र में तसर रेशम को आगे बढ़ाने के लिए बनवासी सेवा आश्रम के साथ मिलकर विभिन्न कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु शुभकामनाएं दीं।

वैज्ञानिकों का योगदान भी अहम

इस केंद्र की स्थापना एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता में सीएसबी-सीटीआरटीआई, रांची के वैज्ञानिक डॉ. विशाल मित्तल एवं डॉ. जयप्रकाश पांडेय का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनका प्रयास तसर कृषकों को तकनीकी ज्ञान प्रदान करने एवं इस उद्योग को नई दिशा देने में सहायक सिद्ध होगा।

स्थानीय कृषकों को मिलेगा सीधा लाभ

सेरीकल्चर रिसोर्स सेंटर के माध्यम से सोनभद्र के तसर कृषकों को नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण प्राप्त होगा, जिससे रेशम उत्पादन में वृद्धि होगी एवं अधिक से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। यह केंद्र स्थानीय स्तर पर रेशम उद्योग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।

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