March 11, 2025 10:29 PM

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Sonbhadra News : सोनभद्र की दो-तिहाई पूंजी का बाहरी राज्यों में पलायन, शिक्षा-स्वास्थ्य और रोजगार के लिए चलेगा आंदोलन

Sonbhadra News : सोनभद्र की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए युवाओं का जागरूकता अभियान, स्थानीय पूंजी के प्रवाह को रोकने और रोजगार सृजन की मांग तेज
  • रासपहरी में हुई बैठक, युवा घर-घर जाकर जागरूकता फैलाएंगे

 Sonbhadra News | Sonprabhat | बाबू लाल शर्मा 

म्योरपुर, सोनभद्र | जिले में आर्थिक असंतुलन और रोजगार संकट को लेकर रोजगार अधिकार अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण बैठक रासपहरी में आयोजित की गई। बैठक में युवाओं को संगठित कर शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के मुद्दों पर व्यापक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया।

 

जनपद की पूंजी का बाहरी राज्यों में हो रहा पलायन

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सोनभद्र का ऋण जमा अनुपात (Credit-Deposit Ratio) बेहद खराब स्थिति में है। जिले की जनता द्वारा बैंकों में जमा की गई दो-तिहाई पूंजी अन्य प्रदेशों में चली जाती है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है। गरीबी, कुपोषण और बेरोजगारी का एक बड़ा कारण यही बताया जा रहा है।

बैठक में यह मांग उठी कि यदि इस पूंजी का उपयोग स्थानीय स्तर पर स्टार्टअप, लघु कुटीर उद्योग और महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने में किया जाए, तो बड़े पैमाने पर रोजगार का सृजन संभव हो सकता है। युवाओं को 10 लाख रुपये तक का अनुदान और महिलाओं को ब्याज मुक्त ऋण दिए जाने की आवश्यकता बताई गई।

शिक्षा सुधार के लिए उठी बड़ी मांग

बैठक में यह भी चर्चा हुई कि युवा मंच और रोजगार अधिकार अभियान के निरंतर प्रयासों का असर अब दिखने लगा है। सत्ता पक्ष के मंत्री और जनप्रतिनिधि अब आदिवासी विश्वविद्यालय खोलने की बात करने लगे हैं।

अभियान के तहत शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए निम्नलिखित मांगें उठाई गईं:

  • लड़कियों के लिए डिग्री कॉलेज की स्थापना
  • पोखरा स्थित सरकारी डिग्री कॉलेज को जल्द चालू किया जाए
  • जनपद के सभी सरकारी कौशल प्रशिक्षण संस्थानों को शुरू किया जाए
  • ब्लॉकों में आईटीआई और तहसील स्तर पर पॉलिटेक्निक कॉलेज खोले जाएं
  • बभनी और म्योरपुर में राजकीय इंटर कॉलेज की स्थापना
  • सभी विद्यालयों में शिक्षकों की निर्धारित संख्या के अनुसार नियुक्ति

स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता

बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई। वक्ताओं ने कहा कि क्षेत्र में मातृ मृत्यु दर अधिक है और कुपोषण की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। फ्लोरोसिस और प्रदूषित जल के कारण विकलांगता जैसी स्थायी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।

अभियान के तहत स्वास्थ्य क्षेत्र में निम्नलिखित सुधारों की मांग की गई:

  • सरकारी अस्पतालों में बेहतर इलाज, जांच और दवा की सुविधा
  • विशेषज्ञ डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति
  • मोबाइल चिकित्सालय की शुरुआत
  • तीन गांवों के बीच एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना
  • धात्री महिलाओं को 10,000 रुपये की सहायता राशि

युवा घर-घर पहुंचाएंगे संदेश

बैठक में निर्णय लिया गया कि अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए युवा घर-घर जाकर जागरूकता अभियान चलाएंगे। इसके तहत स्थानीय लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार से जुड़े अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा।

बैठक में शामिल प्रमुख लोग

बैठक में रोजगार अधिकार अभियान के कोऑर्डिनेटर राजेश सचान, युवा मंच की जिला संयोजक सविता गोंड, जिलाध्यक्ष रूबी सिंह गोंड, एआईपीएफ के जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका, जुगनू सिंह, विजय पनिका, ललित कुमार, पूजा कुमारी, आरती, राजेंद्र प्रसाद, इंद्रदेव खरवार, समरजीत गोंड समेत कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और युवाओं ने अपनी राय रखी।

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