April 19, 2025 11:57 AM

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Sonbhadra News : स्टाफ की कमी से जूझ रहा सोनभद्र अग्निशमन विभाग

Sonbhadra News : जिले में फायरमैन और अधिकारियों के आधे से ज्यादा पद खाली, टैंकर चालकों की भारी कमी से प्रभावित हो रही आगजनी की घटनाओं पर समय पर नियंत्रण की क्षमता – गर्मियों में बढ़ते खतरे के बीच विभाग ने स्टाफ की मांग को लेकर उच्चाधिकारियों को भेजा पत्र

Sonbhadra News | Sonprabhat | Sanjay Singh

सोनभद्र। गर्मियों के मौसम में जहां आगजनी की घटनाएं तेजी से बढ़ती हैं, वहीं जिले का अग्निशमन विभाग संसाधनों और मानवबल की भारी कमी से जूझ रहा है। जिले में अग्निशमन की जिम्मेदारी निभा रहे इस महत्वपूर्ण विभाग में स्टाफ की गंभीर कमी एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।

53 में से केवल 32 फायरमैन तैनात

जानकारी के अनुसार, अग्निशमन विभाग में फायरमैन के कुल 53 स्वीकृत पद हैं, जिनमें से वर्तमान में केवल 32 कर्मी ही कार्यरत हैं। इस प्रकार विभाग को 21 पदों के खाली होने का भार अतिरिक्त कार्यदायित्व के रूप में झेलना पड़ रहा है।

अधिकारियों के पद भी लगभग खाली

सिर्फ फायरमैन ही नहीं, बल्कि प्रशासनिक पदों की भी स्थिति चिंताजनक है। अग्निशमन अधिकारी और द्वितीय अधिकारी के कुल सात स्वीकृत पदों में से केवल एक अधिकारी ही जिला मुख्यालय पर तैनात है, जिससे संचालन और आपातकालीन निर्णयों में बाधा उत्पन्न होती है।

वाहन चालकों की भी भारी कमी

जिले में सात फायर टैंकर और दो रेस्क्यू वाहन हैं, लेकिन इनके संचालन के लिए आवश्यक सात चालकों के स्थान पर मात्र चार ही चालक कार्यरत हैं। अग्निशमन अधिकारी करन सिंह यादव ने बताया कि “आपातकालीन स्थितियों में प्रशिक्षित चालकों की मौजूदगी अनिवार्य होती है, क्योंकि वही संवेदनशील परिस्थितियों में फायर टैंकर को सुरक्षित तरीके से घटनास्थल तक पहुंचा सकते हैं।”

गर्मियों में बढ़ती है मुश्किल

गर्मियों में जिले में आग लगने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। कई बार एक साथ कई स्थानों से आग की सूचना आती है, ऐसे में विभाग के पास न तो पर्याप्त स्टाफ होता है और न ही पर्याप्त चालक, जिससे राहत कार्यों में देरी होती है। आम जनता अक्सर इस देरी के लिए अग्निशमन विभाग को दोषी मानती है, जबकि वास्तविकता इसके विपरीत है।

उच्चाधिकारियों को लिखा गया पत्र

विभाग ने स्थिति को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा है और रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांग की है। साथ ही यह भी मांग की गई है कि विभाग को आधुनिक उपकरणों से लैस किया जाए, ताकि तेजी से और प्रभावशाली राहत कार्य किए जा सकें।

जरूरत है ठोस कदमों की

अग्निशमन विभाग की यह स्थिति न केवल सेवा के स्तर को प्रभावित कर रही है, बल्कि यह जन-सुरक्षा के लिए भी खतरा बनती जा रही है। शासन और प्रशासन को चाहिए कि वे इस दिशा में प्राथमिकता से कार्य करें, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने में विभाग पूरी तरह सक्षम बन सके।

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