• पत्रकार ग्रुप ओबरा डाला चोपन की बैठक संपन्न।
Sonbhadra News/Report: जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरों चीफ सोनभद्र
सोनभद्र न्यूज। आज दिनांक 27 अक्टूबर 2024 को ओबरा शारदा मंदिर के प्रांगण में रावर्टसगंज ,ओबरा ,डाला ,चोपन कोन, जुगैल पत्रकार की 11:00 बजे बैठक आहूत की गई। जिसमें जनपद के समाचार संकलन तथा पत्रकार बंधुओ की समस्या, उत्पीड़न के संबंध में विचार विमर्श किया गया।वरिष्ठ पत्रकार रामप्यारे सिंह ने कहा कि पत्रकारिता धर्म को जीना कठिन है ।पत्रकार समाज का दर्पण होता है । समाज की निगाह में होता है ।ऐसी स्थिति में पत्रकार को समाजविरोधी कार्य नहीं करना चाहिए। समाज में विश्वनियता खत्म होती जा रही है पत्रकार को लोग दलाल कहने लगते हैं।पत्रकारिता करना तलवार की धार की तरह है।।उन्होंने कई कष्ट झेलते हुए ‘लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ’ की महत्ता को निभाया है। मैंने भी पूर्व पीढ़ी के पत्रकारों को पत्रकारिता की नैतिकता को बरकार रखते हुए भूख-प्यास बर्दाश्त करने और अल्प में जीवन बसर करते देखा है। एक पत्रकार के स्वाभिमान के लिये कष्टमय जीवन बिताना स्वीकार किया लेकिन समझौता स्वीकार नहीं किया। न झुके, न रुके। व्यवस्थाओं पर करारा प्रहार करने से नहीं चूके। लेकिन सवाल यह है कि आज की पीढ़ी यह सब कितना समझती है। आज की पीढ़ी पत्रकारिता की नैतिक जिम्मेदारी और पत्रकारिता के कर्तव्यों को कितना आत्मसात कर पायी है। इस पर कुछ भी कहना बेजा मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि आजादी के आन्दोलन में तो पत्रकारिता के योगदान को तो भुलाया ही नहीं जा सकता। पत्रकारिता ने भारतीय लोकतंत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह सच है कि आज पत्रकारिता के मूल्यों में गिरावट आई है। फिर भी आज भी पत्रकारिता की सच लिखने में ताकत कायम है। निष्पक्ष और तथ्यों के साथ सच को उजागर करने से जन मानस, समाज का समर्थन तो मिलता ही है। व्यवस्था को भी समझ तो आती है। इस मौके पर उपस्थित रामप्यारे सिंह, कैलाश बिहारी, अरविंद कुशवाहा, हरि ओम विश्वकर्मा, अजीत सिंह, संतोष साहनी, कुंम्धज चौधरी, विनोद तिवारी, रोहित द्विवेदी आदि मौजूद रहे।