गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ( Indian Stock Market ) के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 की सुस्त शुरुआत होने की संभावना है। यह वैश्विक बाजारों से मिले मिले-जुले संकेतों के कारण हो सकता है। एशियाई बाजारों में बढ़त दर्ज की गई, जबकि अमेरिकी बाजार मिश्रित रुझान के साथ बंद हुए।
बाजार की स्थिति
बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ( Indian Stock Market ) में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला और यह लगातार छठे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 122.52 अंकों (0.16%) की गिरावट के साथ 76,171.08 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50, 26.55 अंकों (0.12%) की गिरावट के साथ 23,045.25 पर बंद हुआ।
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प्रशांत टेप्से, सीनियर वीपी (रिसर्च), मेहता इक्विटीज लिमिटेड ने कहा: ”बाजार में काफी अस्थिरता देखी गई और कारोबार के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 900 से अधिक अंकों की गिरावट के बाद अंततः नुकसान की भरपाई कर सत्र के अंत में कुछ सुधार दिखाने में सफल रहा। हालांकि, आईटी, बैंकिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टर में हुई मुनाफावसूली के चलते बेंचमार्क इंडेक्स मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। वैश्विक और घरेलू अनिश्चितताओं, गिरते रुपये और फंड के बहिर्वाह के कारण निवेशक सतर्कता के साथ ट्रेड कर रहे हैं।”
वैश्विक बाजार से संकेत
- एशियाई बाजार: जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.54% और टॉपिक्स 0.52% चढ़ा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.34% और कोस्डाक 0.45% बढ़ा। हांगकांग का हैंगसेंग भी सकारात्मक रुझान के साथ खुला।
- अमेरिकी बाजार: डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.50% गिरकर 44,368.56 पर बंद हुआ, जबकि एसएंडपी 500 में 0.27% की गिरावट आई और यह 6,051.97 पर बंद हुआ। नैस्डैक 0.03% की मामूली बढ़त के साथ 19,649.95 पर बंद हुआ।
- गिफ्ट निफ्टी: 23,140 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद के मुकाबले 18 अंकों की मामूली बढ़त का संकेत दे रहा था।
अमेरिकी महंगाई और भारतीय खुदरा मुद्रास्फीति
जनवरी में अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) अनुमान से अधिक बढ़ा। दिसंबर में 0.4% की वृद्धि के बाद जनवरी में यह 0.5% बढ़ा। सालाना आधार पर अमेरिकी मुद्रास्फीति दर 3.0% हो गई।
वहीं, भारत की खुदरा मुद्रास्फीति (CPI) जनवरी में घटकर 4.31% हो गई, जो पिछले पांच महीनों का न्यूनतम स्तर है। दिसंबर में यह दर 5.22% थी। औद्योगिक उत्पादन (IIP) दिसंबर 2024 में घटकर 3.2% पर आ गया, जो पिछले तीन महीनों का न्यूनतम स्तर है।
अन्य महत्वपूर्ण अपडेट
- ट्रम्प टैरिफ: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वे उन देशों पर जवाबी टैरिफ लगाएंगे जो अमेरिकी निर्यात पर शुल्क लगाते हैं।
- फेडरल रिजर्व प्रमुख जेरोम पॉवेल का बयान: अमेरिकी फेड चेयरमैन पॉवेल ने कहा कि महंगाई नियंत्रण में काफी प्रगति हुई है, लेकिन अभी और प्रयास की जरूरत है।
- NCDEX का इक्विटी सेगमेंट में प्रवेश: नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (NCDEX) ने इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में कदम रखने की घोषणा की।
- जापान का थोक मूल्य सूचकांक: जापान का वार्षिक WPI जनवरी में 4.2% बढ़ा, जो लगातार पांचवें महीने की वृद्धि है।
डॉलर, सोना और कच्चे तेल की कीमतें
- डॉलर इंडेक्स: 107.88 पर रहा, जो पिछले सत्र के 108.52 के उच्चतम स्तर से थोड़ा नीचे था।
- सोने की कीमत: हाजिर सोना 0.1% बढ़कर $2,905.12 प्रति औंस हुआ। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स $2,929.60 पर स्थिर रहे।
- कच्चे तेल की कीमतें: ब्रेंट क्रूड 0.77% गिरकर $74.60 प्रति बैरल हुआ, जबकि WTI क्रूड 0.78% गिरकर $70.81 पर बंद हुआ।
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