उप जिलाधिकारी ने घिवही में लगाया जन चौपाल।
दुद्धी – सोनभद्र -: जितेंद्र चन्द्रवंशी- सोनप्रभात
दुद्धी/ सोनभद्र। उत्तर प्रदेश शासन द्वारा वरासत अभियान सत्यापन के क्रम में आज मंगलवार को उप जिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार ने तहसील क्षेत्र के घिवही गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों के बीच जोत कोड़ पत्रावली में पक्षकारो के वाद पैरवी व वरासत का सत्यापन किया।
ग्रामीणों के बीच लेखपाल द्वारा खतौनी को पढ़कर ग्रामीणों से छूटे हुए वरासत का सत्यापन किया गया ।उपजिलाधिकारी रमेश कुमार द्वारा ग्रामीणों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी दी गई। जिसमें किसान सम्मान निधि,मुख्यमंत्री सुमंगला योजना, बैंकिंग जागरूकता,समूह से स्वरोजगार के अवसर,आयुष्मान हेल्थ कार्ड सहित मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना योजना की जानकारी दी गई।
उपजिलाधिकारी ने कहा कि सरकार आप लोगों लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चला रही हैं, उसका आप सभी लोग लाभ उठाएं। इसके पूर्व ग्रामीणों द्वारा निर्वाचक नामावली में गड़बड़ी की शिकायत का सत्यापन किया। इस दौरान गांव में वृद्धा एवं विधवा पेंशन,किसान सम्मान निधि सहित गांव में बने सामुदायिक शौचालय तथा आंगनवाड़ी एवं स्वयं सहायता समूह ग्रामीण आजीविका मिशन के कार्य को भी जाना। पंचायत चुनाव के लेकर भी ग्रामीणों से जानकारी प्राप्त किया। इसके बाद घिवहीँ गांव के प्रगतिशील किसान गौरीशंकर कुशवाहा के खेत पर लगाए गए भारतीय बीज मसाला अनुसंधान संस्थान अजमेर ,राजस्थान से मंगाकर ट्रायल के लिए दिए गए सेलरी, सौंफ,कलौंजी, मंगरैल,अजवाइन, जीरा आदि के पौधों का निरीक्षण किया गया।
इसके अलावा श्री कुशवाहा जी द्वारा लगाए गए हींग, तेजपत्ता, दालचीनी, हर्बल अजवाइन,कड़ी पत्ता, प्याज,लहसुन और अन्य मसालों की खेती की निरीक्षण गई। साथ ही साथ G9 केला,पपीता, पिपरमेंट, स्टीविया, पपीता ,बैगन, टमाटर लगाया गया है, साथ ही नाडेप कंपोस्ट, वर्मी बेड, सौरऊर्जा चलित स्प्रिंकलर ,आदि का निरीक्षण किया गया। उप जिलाधिकारी दुद्धी रमेश कुमार ने समन्वित खेती पर आधारित स्व विकसित संकल्प श्री मॉडल पर विस्तार से चर्चा किया।
ज्ञात कराना है कि उपजिलाधिकारी स्वयं कृषि और बागवानी के छात्र रहे हैं, और कृषि के नवीन मॉडल पर अन्य राज्यो में किये गए कार्य से प्राप्त अनुभव और मौजूदा कृषि तकनीकी के आधार पर कई उद्यमो को एक साथ लाकर खेती से आए दुगना करने और स्वरोजगार के उपायों पर अपने ज्ञान और अनुभव को प्रगतिशील किसान के साथ साझा किया। समन्वित खेती के संकल्पश्री मॉडल में 1 एकड़ खेत मे सब्जी उत्पादन ,खाद्यान्न फसल ,बागवानी गाय पालन ,बकरी पालन , मुर्गी पालन, मछली पालन ,बत्तख पालन, मशरूम उत्पादन तथा अजोला की खेती, वर्मी कंपोस्ट, नाडेप, पाट कल्चर, रुफ फार्मिंग, जल संरक्षण आदि को शामिल कर मॉडल के रूप में विकसित किया है।