gtag('config', 'UA-178504858-1'); भारतीय वन सर्वेक्षण देहरादून की दो सदस्यी टीम द्वारा जनपद के वनावरण मानचित्र के भू -भाग के सत्यापन। - सोन प्रभात लाइव
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भारतीय वन सर्वेक्षण देहरादून की दो सदस्यी टीम द्वारा जनपद के वनावरण मानचित्र के भू -भाग के सत्यापन।

डाला- सोनभद्र -: अनिल कुमार अग्रहरि / सोनप्रभात

डाला।भारतीय वन सर्वेक्षण देहरादून की दो सदस्यी टीम द्वारा जनपद के वनावरण मानचित्र के भू -भाग के सत्यापन का कार्य किया जा रहा है।मंगलवार को टीम ओबरा वन प्रभाग के डाला रेंज में सत्यापन कार्य करने में जुटी रही।

प्रदेश के हर जनपदो में वनो की स्थिति की जानकारी लेने के लिए भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग देहरादून से सीनियर तकनिकी सहायक चन्द्र मोहन सिंह विष्ट व तकनिकी सहायक शोविक विश्वास द्वारा क्षेत्र के वनो की स्थिति का आंकलन मौके पर जाकर किया जा रहा है।टीम के सदस्यो ने बताया कि वे पुरे उत्तर प्रदेश में वनावरण मानचित्र का भू सत्यापन मौके पर जाकर कर रहें हैं।25 फरवरी 2021 से शुरू हुआ भू सत्यापन का कार्य अबतक प्रदेश के गोण्डा,खिरी,नजिमाबाद,पिलीभीत,इलाहाबाद,बहराईच,प्रतापगढ़,वाराणसी,चंदौली व सोनभद्र के रेनूकोट वन प्रभाग के अनपरा,खाण्पाथर,म्योरपुर,शक्तिनगर,खड़िया,ककरी,बीना,बिंढमगंज,हरना कक्षार,देवपुरा व ओबरा वन प्रभाग के डाला,बग्घानाला,लक्ष्मण नगर,परसोई,बैरपुर,चैनाटोला,मालोघाट,मकरीबारी,रामपुर-बरकोनिया व विजयगढ़ क्षेत्रो में भू सत्यापन का कार्य किया गया है।इसके बाद टीम मीरजापुर चली जायेगी।

टीम ने बताया कि 2019 की वनावरण मानचित्रण की भू सत्यापन रिपोर्ट के अनुसार सोनभद्र के कुल भू-भाग के 36.79 प्रतिशत भू-भाग वनो से आछादित है।जबकि जनपद का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 6905 वर्ग किमी है।जिसके 2540 वर्ग किमी भू-भाग पर हराभरा वन क्षेत्र है।जिसमें 130 वर्ग किमी पर अत्यंत सघन वन,967 वर्ग किमी पर सघन वन,1443 वर्ग किमी पर खुले वन व 28 वर्ग किमी एरिया में झाड़ीदार वन फैला हुआ है।उन्होने बताया कि टीम चार बिन्दुओं पर सत्यापन कर रही है।जिसमें वनों का घनत्व,वनावरण(घटा या बढ़ा),वन क्षेत्रो में परिवर्तन व वनाअग्नि पर भी रिपोर्ट तैयार किया जाता है।समय-समय पर वनो में होने वाले आगजनी की घटनाओं की भी जानकारी अक्षांस व देशांतर के साथ उपलब्ध कराया जाता है।ताकि जल्द अग्नि पर काबू पाया जा सके और आग द्वारा वनों का होने वाले नुकसान को बचाया जा सके।टीम उपग्रह द्वारा प्राप्त आकड़ो तथा भू-भाग पर किये गये सर्वेक्षण कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार किया जाता है।जिसका मिलान पूर्व के वर्षो में किये गये सर्वेक्षण व वर्तमान में किये गये सर्वेक्षण से किया जाता है।जिसके आधार पर रिपोर्ट तैयार किया जाता है कि वन क्षेत्र का कितना भू भाग घटा या बढ़ा है और उस क्षेत्र में वनों कि स्थिति पहले की अपेक्षा सुधरी है या बिगड़ी है।जिसकी रिपोर्ट तैयार कर टीम केन्द्र सरकार के पर्यावरण वन एंव जलवायु मंत्रालय को देगी ।टीम के साथ डाला रेंज के वन दरोगा दिनेश यादव,रमेश पाण्डेय,त्रिलोकी दूबे समेत आदि लोग सामिल रहे।

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