gtag('config', 'UA-178504858-1'); खबर का असर-: नगवां वि.ख.के 52 ग्राम पंचायतों में सोमवार से शुरू होगा शौचालयों पर कोडिंग का कार्य। - सोन प्रभात लाइव
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खबर का असर-: नगवां वि.ख.के 52 ग्राम पंचायतों में सोमवार से शुरू होगा शौचालयों पर कोडिंग का कार्य।

सोनभद्र- सोनप्रभात

वेदव्यास सिंह मौर्य

सोनभद्र जिलाधिकारी एस.राज.लिंगम ने आए दिन शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत आने पर ऐसी तरकीब निकाली है, कि सुनकर गड़बड़ी करनें वाले ग्राम प्रधानों व सचिवों के पैरों तले से जमीन खिसक जाएगी।

बतादें कि नगवां विकास खण्ड के ग्राम पंचायत पनिकप खुर्द मे शौचालय निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत जिलाधिकारी महोदय से की गई थी।त्वरित कार्यवाही करते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी को जांंच हेतु जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया था।जांंच करनें आए जिला कोआर्डिनेटर सत्यप्रकाश दिक्षित,अमित कुमार त्रिपाठी,ब्लॉक प्रेरक रितेश पाण्डेय,सहायक विकास अधिकारी कृपा शंकर शुक्ल के साथ लगभग दो दर्जन सफाई कर्मी 19 मई को जांंच करनें पनिकप खुर्द मे आए।

सफाई कर्मी तो गांव में जांच करनें लगे लेकिन कोआर्डिनेटर सहायक विकास अधिकारी प्रधान के घर पर बैठकर प्रधान के अनुसार रिपोर्ट बना कर चले गए।शाम को पुनः जिलाधिकारी से शिकायत की गई तो 20 म ई को वहीं टीम गांव में आई।और प्रधान के घर देर रात तक दावत का दौर चलता रहा।यहीं खबर सोनप्रभात में प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी।

जिसके सापेक्ष में जिलाधिकारी के द्वारा ठोस कार्रवाई के लिए चार तरह के कोड व कलर निर्धारित किया गया है।जिलाधिकारी के द्वारा जिला पंचायत राज अधिकारी आर.के.भारती को तत्काल सभी एडीओ पंचायत को कोड व कलर के साथ नम्बरिंग करानें का आदेश भी जारी कर दिया गया है।शौचालय निर्माण का कार्य वर्ष 2013/14 से शुरू हुआ है।स्वच्छता मिशन के तहत सोनभद्र मे कुल 195238 शौचालयों का निर्माण हुआ है।एल.ओ.बी प्रथम मे 65442 शौचालय का निर्माण. एल.ओ.बी.द्वितीय मे 16540 शौचालय निर्माण. एन.एल.ओ.बी.मे 19203 शौचालय निर्माण कराया गया था।जिसके कोडिंग मे बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई।एकही शौचालय को पेंट करके दुसरे का नाम लिखकर फोटोशूट कर फिडिंग करनें की अधिकांश शिकायत थी। अब स्वच्छ भारत मिशन का कोड “$/क्रमांक काला पेंट से लिखा जाएगा। एल.ओ.बी.प्रथम का “L 1/क्रमांक नीला पेंट से लिखा जाएगा। एल.ओ.बी.द्वितीय का “L 2/क्रमांक लाल रंग से लिखा जाएगा। एन, एल, ओ, बी, का N L/क्रमांक हरा पेंट से लिखा जाएगा। नम्बरिंग का मतलब यह है कि लोगों को पता चल जाएगा कि किस मद से शौचालय का निर्माण हुआ है। 2013/14 के शौचालय जो पूर्व ग्राम प्रधान द्वारा बनाया गया है उसे भी 2017/18दिखाया गया है। अब जो कोडिंग होगी उसकी निगरानी भी की जाएगी। कितने शौचालय बने हैं कितने बाकी हैं विधिवत सत्यापन भी किया जाएगा। शौचालय कम होने पर सम्बधितों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। एवं गमन की गई राशि की वसूली भी होगी।शनिवार को जिला पंचायत राज अधिकारी श्री आर.के.भारती नगवां में बैठक भी करनें वाले थे किन्हीं कारणों से नहीं आ सके।सुत्रों के अनुसार एक दर्जन सफाई कर्मी एक गांव में कोडिंग के साथ साथ सत्यापन मे सहयोग करेंगे।जिसे सुनकर शौचालयों मे गड़बड़ी करनें वाले ग्राम प्रधानों सचिवों के हाथ पांव फूलने लगे हैं।

वैसे नतीजा जो भी निकले एक बात तो सत्य है कि शौचालय की गड़बड़ी मे खण्ड विकास कार्यालय पूरी तरह से लिप्त है।क्योंकि इतने बड़े पैमाने पर शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा था लेकिन जिला कोआर्डिनेटर या व्लाक कोआर्डिनेटर एवं एडीओ पंचायत किसी ने गांव में जाकर देखने की जरूरत ही नहीं समझी।अगर पहले से ही ध्यान दिया गया होता तो इतने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी नहीं हुई होती।लोग शिकायत भी करते थे तो किसी के पास देखने की फुर्सत ही नहीं रहती थी।वहरहाल आगे क्या होगा जांंच के बाद ही पता चलेगा।

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