नगवां ब्लॉक में सफाईकर्मी की मनमानी, नहीं हो रही साफ सफाई।

सोनभद्र, सोनप्रभात, वेदव्यास सिंह मौर्य
- प्रधान मंत्री के स्वच्छता मिशन को पलीता लगाते ब्लॉक के अधिकारी।
- सिर्फ कागजों में चल रहा सफाई का कार्य 18में 9 सफाई कर्मी रहे नदारत।
सोनभद्र जिले का नगवां अति पिछड़ा क्षेत्र होने के नाते अधिकारी भी प्रधान मंत्री के स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं, ताजा मामला ग्राम पंचायत सिकरवार का है स्वच्छता अभियान के तहत सफाई कर्मियों की सामूहिक ड्यूटी लगाकर गांव की साफ सफाई का कार्य कराया जाता है। जिसमे 18 सफाई कर्मियों की बकायदा ड्यूटी लगाया जाता है, पर स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही कहे या मिलीभगत से सफाई के नाम पर सिर्फ कागजी कोरम पूरा किया जाता है।
सामूहिक ड्यूटी में लगे सफाई कर्मियों में आधा सफाई कर्मी अपने ड्यूटी से रहे गोल जब इस मामले को लेकर पंचायत सचिव सुजीत कुमार सिंह से दूरभाष से वार्ता कि गई तो उन्हों ने इस मामले का कोई ठोस जवाब नहीं दे सके।
इस बाबत जब वहां उपस्थित प्रभारी अनिल सिंह से पूछा गया की कितने लोगो की ड्यूटी लगाई गई हैं तो उन्होंने जवाब की 18 सफाई कर्मियों की सामूहिक ड्यूटी लगाई गई हैं, जबकि मौके पर सिर्फ 9 सफाई कर्मी ही मौजूद रहे। इस पर अनिल सिंह ने बताया की तीन लोग अवकाश पर है एक राकेश गुप्ता सीडीओ सोनभद्र के यहां रहते है। आखिर किसकी लापरवाही है कौन ड्यूटी लगता है जो अवकाश पर है उनको भी उपस्थित दिखाया जा रहा है और एक सफाई कर्मी राकेश गुप्ता सीडीओ के यहां कौन सी नौकरी कर रहा है जबकि वह ड्यूटी सिकरवार में कर रहा है। क्या उसे सीडीओ सोनभद्र अपने पर्सनल काम के लिए दास बनाकर काम करवाते है। बड़े अधिकारी क्यों कर रहे है सफाई कर्मियों का शोषण एक जातीय विशेष के लोग ही सफाई क्यों करते है जिनकी पहुंच है सत्तासीन पार्टी में वे लोग घर पर आराम फरमा रहे हैं वेतन समय पर मिल ही रहा है।
अब देखना है की अनुपस्थित सफाई कर्मियों के खिलाफ कोई कार्यवाही होती है या सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाती है।इस मामले को लेकर ग्रामीण भागीरथ शांता छब्बन सिंह आदि ने जिलाधिकारी सोनभद्र का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है।