लक्ष्मण नगर के रहवासियों ने विरोध प्रदर्शन करके डाला-ओबरा संपर्क मार्ग बहाल करने की करी मांग
![](https://sonprabhat.live/wp-content/uploads/2021/08/IMG-20210827-WA0025-780x405.jpg)
अनिल अग्रहरि -डाला, सोनभद्र (सोनप्रभात)
डाला सोनभद्र-स्थानीय नवसृजित डाला नगर पंचायत क्षेत्र में रेक्स हवा टोला लक्ष्मण नगर रहवासियो ने विरोध प्रदर्शन कर शासन प्रशासन से अतिक्रमण किए गए डाला से ओबरा संपर्क मार्ग को बहाल कराने कि मांग किया गया शुक्रवार को लगभग 11 बजें के करीब डाला से ओबरा को जोड़ने वाली सम्पर्क मार्ग पर किए गए अतिक्रमण को हटाने के लिए रेक्स हवा लक्ष्मण नगर के रहवासीयो वं राजेश सिंह पटेल के नेतृत्व में डाला से ओबरा संपर्क मार्ग के मुख्य मोड़ पर जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया साथ ही ज्ञापन जिलाधिकारी के नाम पर डाला पुलिस चौकी के दिवान राममूर्ति यादव को सौंपा।
इस संबंध में रहवासी पारस यादव ने बताया कि डाला से ओबरा की सडक अराजी संख्या 430 मे साढ़े सोलह फिट चौड़ा है ये कागज वं नक्सा में सामिल है लेकिन वर्तमान समय में यह सड़क अतिक्रमण होने के कारण लगभग पांच फिट में सिमट कर रह गई है जिससे डाला से ओबरा जाने वाले राहगीरों वं डाला लक्ष्मण नगर रेक्स हवा में निवास करने वाले लोगों को बड़ी परेशानीयो का सामना करना पड़ता है इस रास्ते में एक महाविद्यालय सामूहिक स्वास्थ्य केन्द्र प्राथमिक विद्यालय जूनियर हाईस्कूल नव निर्माण होने वाले तहसील को यह सड़क जोड़ता है यह सड़क इतना संकरा हो गया है कि एक साथ दो मोटरसाइकिल नहीं पार किया जा सकता और अगर कोई कार इस लेजाना हों ओबरा रोड गणेश पाण्डेय मोड कार लाना पड़ता है सबसे बड़ी बात है कि डाला से ओबरा जाने वाले संपर्क मार्ग का मुख्य मोड़ ही दोनों साइड से अतिक्रमण कर लिया गया है साढ़े सोलह फिट चौड़ा सड़क को लगभग पांच फिट के गली में तब्दील किया गया।
इस दौरान राजेश सिंह पटेल ने बताया कि इस को लेकर हमने जिलाधिकारी एसडीएम तहसीलदार जिलापंचायत सदस्य विधायक सांसद थाना अध्यक्ष कई जनप्रतिनिधियों को ज्ञापन के माध्यम से समकक्ष रखा गया है लेकिन धिरे धिरे लगभग आज अढ़ाई साल बितने के बाद भी इस समस्या का समाधान शासन प्रशासन नहीं कर पा रही है इस क्षेत्र के रहवासी ने शासन प्रशासन से अतिक्रमण हटाकर सड़क को चौड़ीकरण करने की मांग किया साथ ही यह कहा कि अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम सब मजबूर होकर बड़ा आंदोलन करने बाध्य होंगे जिसका जिम्मेदारी यहां के शासक प्रशासन की होगी इस दौरान जय चंद्र ठाकुर, छविनाथ चौधरी, रामचरित्र पंडित ,कमलेश यादव ,राजीव प्रजापति ,राजेश सिंह पटेल, चंपा देवी, उर्मिला देवी, लक्ष्मी सिंह सरोज देवी, सोनी शर्मा, सरस्वती देवी, राधिका सिंह ,सुनिल सिंह पटेल, अनुज पांडे, पारस यादव ,साकिर, रामजतन गौड़, अशोक विश्वकर्मा, दुर्गा गोड, आदि सैकड़ों की संख्या में सामिल रहें।