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सोनभद्र : म्योरपुर रेंज के जंगल में मृत मिला दुर्लभ प्रजाति का तेंदुआ, संरक्षण जरूरी।

  • सोनभद्र (Sonbhadra) म्योरपुर रेंज (Myorpur)के जंगल में मृत मिला दुर्लभ प्रजाति का तेंदुआ (Leopard), कारण स्पष्ट नही। 
  • म्योरपुर (Myorpur) के जंगलों में अगर तेंदुआ (Leopard) हैं तो विशेष संरक्षण की जरूरत, जंगलों से लुप्त होती प्रजाति में है शामिल। (Sonbhadra News Leopard)

सोनभद्र (Sonbhadra) – सोन प्रभात / आशीष गुप्ता – पंकज सिंह 

सोनभद्र (Sonbhadra) । म्योरपुर (Myorpur) रेंज अंतर्गत ग्राम डडिहरा के जंगल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक दुर्लभ प्रजाति का तेंदुआ (Leopard) जंगल में मरा पड़ा मिला।

वर्षों बाद देखने को मिला म्योरपुर (Myorpur) रेंज के जंगल में मृत तेंदुआ

प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्लभ प्रजाति का तेंदुआ (Leopard)  अचानक डड़िहरा गांव (म्योरपुर सोनभद्र) के जंगल में दिखाई दिया,पहले तो लोगों में भय व्याप्त हुआ पर थोड़ी देर बाद लोगों को तेंदुआ मृत प्रतीत हुआ, तत्काल लोगों ने म्योरपुर रेंज विभाग को अवगत कराया। रेंज विभाग पहुंचकर अपने दल बल के साथ कार्यालय ले आई, और अग्रिम कार्रवाई में जुट गई। खबर लिखे जाने तक यह नहीं पता चला कि तेंदुआ की मौत किस कारण हुई।

55 किलो लगभग 10 साल का था तेंदुआ‚ 3 डॉ. की टीम ने किया पोस्टमार्टम

उप प्रभागीय वनाधिकारी म्योरपुर भानेंद्र सिंह तथा उप प्रभागीय वनाधिकारी पिपरी उषा देवी ने घटनास्थल पर पहुंचकर मौका तहकीकात किया। बताया गया कि तेंदुआ(नर) की उम्र करीब दस वर्ष और वजन 55 किलो था।तेंदुए की मौत कैसे हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगा। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ने तेंदुए की पुष्टि कभी इस इलाके में नहीं की है और न ही कभी इसकी जानकारी ग्रामीणों को दी है। ग्रामीणों ने आशंका जताई कि तेंदुए की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के पीछे शिकारियों द्वारा जंगली सुअरों के शिकार के लिए लगाए गए जाल में फंसने से हुई होगी।वहीं इस मामले पर वन विभाग के अधिकारी मीडिया के सवालों से बचते रहे।उधर पोस्टमार्टम के बाद तेंदुए का रेंज परिसर में ही दाह संस्कार कर दिया गया।लेकिन जो भी हो तेंदुए की मौत ने पोल खोल दी है कि क्षेत्र में शिकारियों की चहलकदमी जरूर है साथ ही अगर तेंदुआ वनों में है तो संरक्षण को लेकर कई सवाल सामने आते हैं।

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