सोनभद्र : बगैर डॉक्टर के चल रहा गुरमुरा सामुदायिक केंद्र।

डाला – सोनभद्र / अनिल कुमार अग्रहरि – सोन प्रभात
डाला सोनभद्र- जहाँ एक तरफ सरकार स्वास्थ्य विभाग को लेकर तरह तरह की दावे करती हैं और कई योजनाएं भी चलाई परंतु चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुरमुरा में सारे दावे फेल नजर आ रहे हैं क्योंकि फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी डॉक्टर नियुक्त नहीं हैं। क्षेत्र के आदिवासी ग्रामीण मरीज परेशान, स्वास्थ्य विभाग मुख्य दर्शक बना हुआ है।

जनपद सोनभद्र के चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुरमुरा ऐसे स्थान पर जो आदिवासी बहुल क्षेत्र हैं और लगभग बीस किलोमीटर में कोई और अस्पताल नही हैं आदिवासी ग्रामीणों का कहना हैं कि अस्पताल तो बन गया हैं परन्तु डॉक्टर यहां बैठते ही नही और हमलोगों को झोलाछाप डॉक्टरों का सहारा लेना पड़ता और भारी रकम के साथ जान की भी जोखिम का डर बना रहता हैं। क्षेत्रीय ग्रामीणो ने बताया कि सोनभद्र जिले का गुरमुरा क्षेत्र सबसे अतिपिछड़ा माना जाता है जहां लगभग बीस किलोमीटर दूर से मरीज इलाज करवाने गुरमुरा अस्पताल में पहुंचते हैं लेकिन अस्पताल पर केवल फार्मासिस्ट ही मिलते हैं डाक्टर नहीं जिसके कारण हम लोगों को प्राइवेट डाक्टरों का दरवाजा खटखटाना पड़ता है।
जिले में कई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की व्यवस्था लचर
सूत्रों की मानें तो नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गुरमुरा अस्पताल की कर्मी पर वर्तमान समय में एक महिला डाॅ निशांत बानो नियुक्त है जो सप्ताह में सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार, तीन दिन ही यहां पर बैठती है और बुधवार, बृहस्पतिवार, शनिवार को चोपन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डियूटी लगाया जाता है इसके अलावा फार्मासिस्ट विश्व कांता सिंह एल्टी प्रितेश, एल्टी सुधिर फार्मासिस्ट अभय शंकर उपाध्याय, सफाई कर्मी व चौकीदार रामप्रवेश सोनी ही गुरमुरा अस्पताल में मौजूद रहते हैं इनके अलावा कोई डाक्टर नहीं है
आपको बतादूँ कि यहाँ प्रेग्नेंसी की भी सुविधा परन्तु अगर कोई डिलेवरी मरीज आ जाता है तो उसको यहां से निराशा ही हाथ लगता है।
इस संदर्भ में नवागत मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर आर.जी.यादव ने बताया कि जिले में डॉक्टरों का अभाव हैं इस समय जितने डॉक्टर नियुक्त हैं उन्हीं में से मैनेज किया जाता हैं वैसे दिखवाता हूँ कि जल्द से जल्द वहा डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी जिससे हो रही ग्रामीणों को असुविधा से निजात मिल जाएगा।