बीजपुर(विनोद गुप्त)सोनप्रभात
जरहा स्थिति अजीरेश्वर महादेव धाम पर दो नवम्बर से शुरू हुई श्रीराम कथा का समापन शनिवार दोपहर विशाल भंडारा के साथ सम्पन्न हो गया। सुबह पूर्णाहुति हवन पूजन के बाद दोपहर में शुरू हुए विशाल भंडारे में हजारों लोगों ने महाप्रसाद ग्रहण कर जीवन को सफल बनाते हुए पुण्य के भागीदार बने। शुक्रवार शाम प्रख्यात कथा वाचक पूज्य प्राची देवी के मुखार विंदु से नौवें दिन के अंतिम कथा में रावण मरण श्रीराम राज्याभिषेक कलयुग का विस्तृत वर्णन के साथ श्रीराम कथा में माता सबरी का प्रभु श्रीराम प्रेम हनुमान मिलन सुग्रीव मैत्री सेतुबांध रामेश्वर समुद्र पर पूल निर्माण लंका पर चढ़ाई और श्रीराम रावण से भीषण युद्ध का प्रसंग सुंन श्रोतावृन्द आनन्दित हो गए।कथा वाचिका पूज्य प्राची देवी द्वारा गाएं भजन नगरी हो अयोध्या सी रघुकुल सा घराना हो, सजा दो घर को गुलशन से प्रभु श्रीराम आएं है जैसे
एक से बढ़ कर एक भजन की प्रस्तुतु कर पंडाल में बैठे श्रोताओं को झूमने पर विवश कर दिया। गौरतलब हो कि ग्रामीण क्षेत्र में इतने बड़े स्तर पर धार्मिक कथा का आयोजन यहाँ पहली बार हुआ है कथा से पूर्व मंदिरों सहित आसपास के ग्राउंड में विशाल पंडाल लगाया गया था सजावट भी ऐसे जैसे श्रीराम की नगरी अयोध्या सजाई गई हो सेल्फी प्वाइंट, प्रसाद वितरण काउंटर, वाहन पार्किंग,पुलिस पीएसी के लिए उचित प्रबंध के साथ कथा श्रवण के लिए लाजबाब ब्यवस्था ने नौ दिवसीय श्रीराम कथा को वर्षो के लिए यादगार बना दिया नौ दिन की कथा ने समूचे क्षेत्र के नदी नाला पहाड़ गांव जंगल को राममय बना दिया।इस पुनीत कार्य के लिए कथा वाचक पूज्य प्राची देवी सहित हजारों श्रोताओं ने राजेन्द्र सिंह बघेल और उनके पूरे परिवार को हृदय से धन्यवाद दिया।