म्योरपुर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।
- ए आर पी रजनीश श्रीवास्तव द्वारा म्योरपुर क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों डक बदला, रास पहरी , पतेरी टोला में किया गया प्रतिभाग, रेडिनेस कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ।
सोनभद्र – सोन प्रभात
सोनभद्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी तथा एस आर जी टीम सोनभद्र के निर्देशानुसार विकास खण्ड म्योरपुर के परिषदीय विद्यालयों में स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम का शुभारंभ नोडल ए आर पी रजनीश कुमार श्रीवास्तव के देख रेख में प्रारंभ हुआ। ए आर पी रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं निपुण भारत के अंतर्गत पूर्व प्राथमिक शिक्षा को मूलभूत साक्षरता प्रथम सोपान के रूप में चिह्नित किया गया है। उक्त के दृष्टिगत कक्षाएं एवम् उसके सीखने का आधार अत्यंत महत्वपूर्ण है।
NEP 2020 के अनुसार बच्चे बाल वाटिका कक्षा के माध्यम से सीखेंगे गतिविधि आधारित भाषा, अंकीय दक्षता के प्री कॉन्सेप्ट
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार प्रत्येक बच्चा एक वर्ष ( 5-6वर्ष) बाल वाटिका कक्षा के गतिविधि आधारित भाषा एवम् अंकीय दक्षता के प्री कांसेप्ट को सीख सकेगा। विद्या प्रवेश में दिए गए सैद्धांतिक संरचना को राज्य सरकार की आवश्यकता के अनुसार तैयार करते हुए शैक्षिक सत्र 2024-25 से कक्षा-1 में एन सी आर टी द्वारा 12सप्ताह की स्कूल रेडिनेस गतिविधि कलेंडर प्रेषित किया गया है, जिस पर कार्य आज से प्रारंभ कर दिया गया जिसका संचालन स्कूल में नोडल शिक्षक द्वारा किया जायेगा।
कार्यक्रम प्रारंभ के पूर्व चहक की बैठक कर सभी स्कूलों द्वारा कक्षा 1 के बच्चो का बेस लाइन टेस्ट लेकर प्रोफाइल बनाया गया है, 12 सप्ताह के उपरांत अध्यापकों द्वारा अभिभावकों के साथ बैठक कर बच्चो की प्रगति से अवगत कार्य जायेगा।
प्राथमिक विद्यालय रास पहरी, डक बदला , पतेरी टोला में स्कूल रेडिनेस के महत्व से अवगत होते हुए बच्चों को शिक्षा की धारा से जोड़ा गया
इस क्रम में आज ए आर पी द्वारा उच्चीकृत विद्यालय डक बदला पर स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया , स्कूल की प्रभारी प्रधानाध्यापक श्रीमती ममता सिंह एवम श्री मुजिद खान द्वारा कहा गया की इस कार्यक्रम से बच्चे दक्षताओ सीखने के लिए काफी सहजता महसूस करते हैं।
इसके उपरांत प्राथमिक विद्यालय पतेरी टोला म्योरपुर पर कार्यक्रम में शैक्षिक स्पोर्ट दिया , स्कूल की प्रधानाध्यापिका सुभद्रा पांडेय ने कहा इस कार्यक्रम से बच्चे में कर के सीखने की क्षमता काफी विकसित होता है।
प्राथमिक विद्यालय रास पहरी की प्रधानाध्यापिका ने गतिविधि आधारित शिक्षण के फायदे गिनाएं।
प्राथमिक विद्यालय रास पहरी म्योरपुर की प्रधानाध्यापिका के कहा की प्रथम सप्ताह के प्रथम दिन के गतिविधियों में पेपर क्रम्बलिंग , स्वतंत्र खेल , नमस्ते खेल, बिग बुक से रीडिंग, शिक्षक द्वारा बच्चो के नामों से परिचय कराने पर कार्य हुआ। श्री शशि रंजन सिंह एवम श्रीमती विभा द्वारा कहा गया की यह कार्यक्रम बच्चो के अंदर से स्कूली डर, भय, झिझक को खत्म कर भाषा और मैथ्स को समझने हेतु सहज बनाता है।
अन्त में कार्यक्रम के सफल आयोजन पर सभी संकुल शिक्षक एवम् नोडल शिक्षक, तथा सभी प्रधानाध्यापक गण का आभार प्रकट किया गया।