आर्य समाज रेणुकूट सोनभद्र का 52वां वार्षिकोत्सव एवं महर्षि दयानंद सरस्वती का 200वां जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से हुआ संपन्न।

रेनुकूट – सोनभद्र / यू. गुप्ता – सोन प्रभात
महर्षि दयानंद सरस्वती का 200 वां जन्मोत्सव एवं आर्य समाज रेणुकूट सोनभद्र का 52 वां वार्षिकोत्सव बडे ही उत्साह पूर्वक संपन्न हुआ। धार्मिक, सामाजिक एवं राष्ट्रीय गतिविधियों में आर्य समाज रेणुकूट आज अपना 52वाँ जयंती एवं महर्षि दयानंद सरस्वती का 200 वां जन्मोत्सव समारोह दिनांक 22, 23 और 24 अप्रैल 2023 को शनिवार, रविवार एवं सोमवार को मना रहा है।

इस कार्यक्रम में आर्य समाज जगत के प्रकांड विद्वान पंडित व्यास नंदन शास्त्री मुजफ्फरपुर से बिहार से, पंडित सत्य प्रकाश शास्त्री आर्य भजन उपदेशक दानापुर बिहार से, आर्य भजन उपदेशिका श्रीमती मधु आर्य मिर्जापुर से, आर्य भजन उपदेशक श्री जयप्रकाश भारद्वाज एवं तबला वादक श्री सीताराम जी बिहार से आकर आर्य समाज के किए जा रहे कार्यों पर कार्यों पर प्रकाश डाला।

इस कार्यक्रम मे आर्य समाज के संस्थापक सदस्य श्री ओमप्रकाश सिंह, श्री वंश बहादुर सिंह, श्री राधेश्याम सिंह, विशेष सहयोगी श्री प्रभु नारायण सिंह प्रबंधक महर्षि दयानंद इंटरमीडिएट कॉलेज रेणुकूट, समाजसेवी गोपाल जी, श्री योगेश सिंह पटेल, देव नारायण पांडे प्रधानाध्यापक महर्षि दयानंद इंटर कॉलेज, वेद प्रकाश सिंह, जितेंद्र सिंह एवं अन्य आर्य समाज के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में सभी धर्माअनुरागी माताओं एवं बहनों एवं बडी संख्या मे पुरुषों ने अधिक से अधिक संख्या में पधार कर के भजन एवं आर्य समाज की इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर के आर्य समाज के बारे में जाना और समझा।

यह कार्यक्रम प्रतिदिन सुबह 8:00 बजे से 10:00 बजे तक यज्ञ, भजन उपदेश एवं प्रसाद वितरण तथा प्रतिदिन सायंकाल 7:00 बजे से 9:30 बजे तक भजन और उपदेश का कार्यक्रम किया गया।

इस कार्यक्रम मे सदस्य श्री श्रीधर लाल जी संरक्षक, माननीय श्री हरविंदर सिंह जी प्रधान, महेंद्र नाथ आर्य, मंत्री अवकाश बाबू सिंह, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार आर्य, उप प्रधान विनोद कुमार सिन्हा, उप मंत्री दिग्विजय सिंह, उपकोषाध्यक्ष श्री गणेश सिंह आर्य आदि लोग उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में बताया गया कि ऋग्वेद (ज्ञान) यजुर्वेद (कर्म) सामवेद (उपासना) और अथर्ववेद (विज्ञान) का है। इस कार्यक्रम में आर्य समाज स्कूल और आर्य समाज स्कूल के सभी सदस्य और पदाधिकारी गण एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति काफी संख्या में उपस्थित थे।