कांग्रेस का कर्मठ योद्धा ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू।

सिंगरौली/ सोन प्रभात – सुरेश गुप्त ग्वालियरी
बातें कम काम ज्यादा यही फितरत है इस कांग्रेसी नौजवान की!! अनेक प्रतिष्ठित पदों पर अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करता यह कांग्रेसी सिपाही जिला हो या प्रांत द्वारा मिला हुआ निर्देश सदैव “काम चालू आहे” के तर्ज पर फिर चाहे गांव में पहुंचकर संगठन का कार्य हो या नगर में धरना प्रदर्शन करना हो तब यह नौजवान बैनर और तख्ती लिए अग्रिम पंक्ति में दिखाई पड़ता है।

मेरा प्रश्न? क्या चुनाव लडने की भी तैयारी कर रहे है?? जवाब .. ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, परंतु जिम्मेदारी मिलने पर मुंह भी नही मोड़ सकता!! मैं कांग्रेस का एक अनुशासित सिपाही हूं,जिम्मेदारी से भाग भी नहीं सकता!! लोक प्रियता में तो आप का कद ऊंचा है, तो क्या आप भी चुनावी रेस में है!! इसका आंकलन तो उच्च नेतृत्व को करना है!! मैं तो केवल अपने जिम्मेदारी पर फोकस करता हूं,और शत प्रतिशत परिणाम देने की कोशिश करता हूं!! यही कारण है मुझे कभी सोनभद्र तो कभी मेरठ का चुनावी प्रबंधन तो कभी परिवहन प्रकोष्ठ का प्रदेश का उच्च पद प्रदान किया जाता है!! मैने भारत जोड़ो यात्रा में भी अपनी सहभागिता की है!! हर निर्देश का पालन करना ही एक अनुशासित सिपाही का कार्य है।