gtag('config', 'UA-178504858-1'); विश्व सिकल सेल दिवस पर घर घर वंशानुगत रक्त विकार के स्क्रीनिंग की हो पड़ताल। - सोन प्रभात लाइव
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विश्व सिकल सेल दिवस पर घर घर वंशानुगत रक्त विकार के स्क्रीनिंग की हो पड़ताल।

  • 1 जुलाई 2023 को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई शुरुआत।                                                                                                ,                                   

दुद्धी / सोनभद्र /  जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरो चीफ

सोनभद्र । दुद्धी, सोनभद्र सिकल सेल रोग वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ता हुआ देखा जा रहा है, ये रक्त को प्रभावित करने वाली बीमारी है। इस रोग के कारण रक्त कोशिकाओं के भीतर हीमोग्लोबिन का स्तर प्रभावित होने लगता है। सिकल सेल रोग (एससीडी) सबसे आम वंशानुगत रक्त विकार है। रक्त वाहिकाओं में हीमोग्लोबिन की मात्रा महत्वपूर्ण है, इसी की मदद से आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन का संचार होता है।

एससीडी के शिकार लोगों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम हो सकता है।उक्त बातें दुद्धी में आयोजित विश्व सिकेल सेल दिवस जागरूकता कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएमओ डॉ अश्वनी कुमार ने कहीं।उन्होंने बताया कि सिकल सेल रोग के बारे में लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 19 जून को विश्व सिकल सेल जागरूकता दिवस मनाया जाता है।इस रोग के बारे में जानकारी होना सभी के लिए जरूरी है।एससीडी के कारण रक्त कोशिका के आकार अर्धचंद्राकार में बदल जाता है और ये कोशिकाओं को कठोर बना देता है। इसके अतिरिक्त, सिकल के आकार की कोशिकाएं सामान्य आकार की लाल रक्त कोशिकाओं की तरह लंबे समय तक नहीं टिक पाती हैं, जिससे रोगी में लाल रक्त कोशिकाओं की निरंतर कमी बनी रहती है 2047 तक राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन का लक्ष्य
सिकल सेल रोग के बढ़ते जोखिमों को देखते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2023 भाषण के दौरान साल 2047 तक इस रोग को भारत से जड़ से खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया था। जुलाई 2023 में मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में आयोजित एक कार्यक्रम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 की शुरुआत की थी।


सिकल सेल रोग से बचाव और उपचार
सिकल सेल रोग को रोका नहीं जा सकता क्योंकि यह एक आनुवंशिक स्थिति है। यदि आप गर्भवती हैं आनुवंशिक परीक्षण के माध्यम से इसके खतरे का पता लगाने में मदद मिल सकती है। जिन बच्चों में इस रोग का निदान किया जाता है उन्हें उपचार के तौर पर दवाओं के साथ ब्लड ट्रांसफ्यूजन,बोन मैरो ट्रांसप्लांट और जीन थेरेपी की जरूरत हो सकती है।


इसके पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत राज्यमंत्री संजीव गौड़ व बनवासी सेवा कुंज आश्रम के संगठन मंत्री आनंद तथा सीएमओ डॉ अश्वनी कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया।इस दौरान राज्यमंत्री संजीव गौड़ के हाथों दर्जनों लोगों को सिकल सेल कार्ड वितरण किया गया।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल गुप्ता,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अश्वनी कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गुलाब शंकर यादव,डॉ शाह आलम,चेयरमैन कमलेश मोहन, जिला मंत्री दिलीप पाण्डेय,म्योरपुर ब्लॉक प्रमुख मान सिंह गौड़, देवनारायण खरवार, जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी,मंडल अध्यक्ष सुमित सोनी,  फ़ौदार सिंह परस्ते सहित अन्य मौजूद रहें।कार्यक्रम का संचालन डॉ गौरव सिंह द्वारा किया गया ।

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