नगर में चर्चा,ठेकेदार कहाँ से ला कर खपा रहे नॉट फॉर सेल सीमेंट।

डाला – सोनभद्र / अनिल कुमार अग्रहरि – सोन प्रभात
डाला सोनभद्र – डाला बाजार नगर पंचायत स्थित नई बस्ती लिंक सम्पर्क मार्ग से लगभग 200 मीटर डूडा विभाग द्वारा नाली का निर्माण कराया जाना है जिसमे जो सीमेन्ट उपयोग में लाया जा रहा है । वह बाजार में खुदरा बिक्री के लिए नही है।

शासन द्वारा पंजीकृत ठेकेदारों को रियायती दरों पर दिए जाने वाला किफायती सीमेंट बेचने का मामला सामने आया है। ठेकेदार के साथ सांठ-गांठ कर कम दर वाला सीमेंट बेचने का कारोबार सोनभद्र जिले में किया जा रहा है।
डाला बाजार नगर पंचायत में पहले तो जोरो की चर्चा हुई आखिर यह सरकार के किस प्रोजेक्ट को खोखला करने के बाद सीमेन्ट बचाया गया। जिसे नाली निर्माण में उपयोग किया जा रहा है। नगर वासियों में NOT FOR RETAIL SALE सीमेन्ट की तरह-तरह के चर्चाएं हैं । यह सीमेन्ट लगभग सैकड़ों बोरी कहां से आया । आखिर सरकारी धन का बंदर बांट इसे ही कहते हैं। गौरतलब हो कि सरकारी बिल्डरों को भवन, स्कूल सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के भवन निर्माण के लिए शासन द्वारा कम दाम में नॉट फॉर सेल लिखा सीमेंट की बोरी उपलब्ध कराई जाती है, जिसे बेचना प्रतिबंधित रहता है। लेकिन बिल्डरों द्वारा अधिक मुनाफा कमाने के लालच में दुकानदारों / ठेकेदारों को बेचा जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार शासकीय उपयोग में लाने के लिए सीमेंट की बोरी को शासन द्वारा बिल्डरों को कम दर सें उपलब्ध कराई जाती है। जिसे बिल्डरों द्वारा अवैध तरीके से दुकानदारों /ठेकेदारों को अधिक कमाई के लिए खपाने का खेल लंबे समय से खेला जा रहा है। जिसके कारण शासन को मिलने वाले लाखों रुपए के टैक्स का नुकसान हो रहा है।वही अवैधानिक तरीके से सीमेन्ट जो छत्तीसगढ़ का उपयोग किया जा रहा हैं ।

जिन बोरो पर NOT FOR RETAIL SALE देख चर्चा रही वही ठेकेदार के आदमी निश्चिंतता से काम करते दिखे। जिस नाली में 10 mm का सरिया का प्रयोग किया जाना है वही 8 mm लगा कर खाना पूर्ति किया जा रहा हैं । ठेकेदार के मिस्त्री ने बताया कि जो सामान हमे काम करने को मिला है हम उसी से काम कर रहे हैं इस सम्बंध के विभागीय अधिकारी ने बताया कि इस समय टेंडर मात्र कार्य कराने का होता है। सारे सामग्री ठेकेदार को लगाने होते है।
