gtag('config', 'UA-178504858-1'); रेणुकूट के दिलीप दुबे और अमित चौबे को मिला वीर बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय रक्तक्रान्ति सम्मान । - सोन प्रभात लाइव
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रेणुकूट के दिलीप दुबे और अमित चौबे को मिला वीर बिरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय रक्तक्रान्ति सम्मान ।

SONEBHADRA / सोन प्रभात

  • प्रयास फाउंडेशन के संस्थापक दिलीप और रक्तदान प्रभारी अमित चौबे को मिला पश्चिम बंगाल में सम्मान।

निमती एस टी स्पोर्टिंग क्लब द्वारा पश्चिम बंगाल के न्यू अलीपुरद्वार में पहली बार वीर विरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय रक्तक्रान्ति सम्मान समारोह व रात्रि रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमे भारत के समस्त प्रदेशो,केंद्र शासित प्रदेशों के साथ साथ नेपाल, भूटान, बंगलादेश, मॉरीशस, सऊदी अरब ,दुबई के भी रक्तमित्र साथी भाग लिए थे। आयोजक रंजीत मिश्र व कार्तिक उरांव एवं निमती एस टी स्पोर्टिंग क्लब द्वारा शानदार आयोजन और आतिथ्य किया गया। आदिवासी महिला पुरुषों का जोश, जज्बा और स्वागत का तरीका देखने योग्य था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल हेम सिंह शेखावत तथा विशिष्ट अतिथि कैप्टन सुरेश सैनी रहे। रक्तदान शिविर में 111 यूनिट रक्तदान हुआ। जिसमें चाय बागान में काम करने वाली 60 महिलाओ ने भी रक्तदान कर बंगाल में मिशाल कायम किया।

इस कार्यक्रम में सोनभद्र जिले में रक्तदान की अग्रणी संस्था प्रयास फाउंडेशन के संस्थापक सचिव व हिंडाल्को कर्मचारी दिलीप कुमार दुबे को अवार्डी के साथ साथ मंच संचालन का भी दायित्व दिया गया था। दिलीप दुबे संचालन के दौरान रक्तदान पर एक से बढ़कर एक शायरी और रक्तदान जागरूकता पर आधारित गीत सुनाकर लोगो से खूब तालियों व वाहवाही लूटी। प्रयास के रक्तदान प्रभारी अमित चौबे ने भी इस कार्यक्रम भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कर्नल हेम सिंह शेखावत ने दिलीप दुबे और अमित चौबे को वीर विरसा मुंडा अंतरराष्ट्रीय रक्तक्रान्ति अवार्ड भेंट कर सम्मानित किया।

वही बेहतरीन मंच संचालन के लिए मुख्य अतिथि द्वारा भी अलग से सम्मान चिन्ह भेंट व प्रशंसा किया गया तथा बेहतरीन मंच संचालन के लिए नेपाल भूटान हिमांचल,अहमदाबाद, अलीपुरद्वार के साथियो ने भी विशेष उपहार भेंट कर मान बढ़ाया।
इस कार्यक्रम के दौरान दिलीप दुबे ने कहा कि मैं हिंडाल्को और सोनभद्र वासियो और प्रयास से जुड़े सभी रक्तदाताओ का सदा आभारी रहूंगा जिनके प्यार, सहयोग और आशीर्वाद से यह सब कुछ सम्भव हो रहा है अंत मे दिलीप दुबे ने कहा कि
न पूछो की मेरी मंजिल कहा है,
अभी तो सफर का इरादा किया है,
न हारूँगा हौसला उम्र भर ,
ये किसी और से नही खुद से वादा किया है।

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