ग्रामीण क्षेत्र के लोग बिजली विभाग के रवैए से परेशान।

डाला – सोनभद्र / अनिल अग्रहरि – सोन प्रभात
डाला,सोनभद्र- स्थानीय विद्युत वितरण केंद्र जवारीडाड़ ग्रामीण क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ता बिजली विभाग की मनमानी रवैये से परेशान, कई-कई महीने तक मीटर रीडिंग नहीं हो रही है। वावजूद भी बिजली बिल के लोड से प्रभावित उपभोक्ता। उपभोक्ता बिजली विभाग कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर, उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि जब भी कार्यालय पहुंचे हैं तो जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिलते। लोगों की समस्या का समाधान होना तो दूर कोई शिकायत सुनने वाला नहीं मिलता। और बिजली बिल गड़बड़ी की समस्या लंबे समय से चली आ रही है।

रविवार को वहीं विद्युत वितरण केंद्र जवारीडाड़ ग्रामीण क्षेत्र में लोगों की एक बड़ी शिकायत मिली की कई महीने बाद अचानक रीडिंग दिखाकर बिजली बिल भुगतान करने के लिए बनाया जाता है दबाव, पीड़ित उपभोक्ताओं की समझ से परे है। बिजली बिल को देखकर उपभोक्ताओं में रोष व्याप्त है।
सूत्रों की मानें तो विभाग के कई दावे के बेअसर होते हुए दिखाई दे रहा है इसकी खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है जहां बिजली बिल कर्मीयों द्वारा लगातार गलत रीडिंग, बिजली बिल ज्यादा की शिकायत रहती है
लेकिन वहां भी उनकी समस्या सुनने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं है। केवल एक बाबू ही उपभोक्ताओं को समझाकर चलता कर देते है। लेकिन वह भी समस्या का समाधान करने में सक्षम नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना की मार और अब मंहगाई की मार से लोगों का बजट बिगड़ गया है। साथ ही अब बिजली बिल मिलते ही उपभोक्ताओं के होश उड़ रहे है। उपभोक्ताओं के अनुसार मीटर रीडिंग का काम आउटसोर्स के माध्यम से किया जाता है। ठेका माध्यम से मीटर रीडिंग व बिल वितरण का काम किया जाता है। बिजली बिल में गड़बड़ी का मुख्य कारण हर महीने मीटर रीडिंग नहीं होना है। मीटर रीडरों की मनमानी के कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है। विभागीय निगरानी के अभाव में मीटर रीडरों की मनमानी जारी है। इसका खामियाजा सामान्य बिजली उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है।