सिचाई कूप निर्माण में मानक की अनदेखी धराशाही होने की आशंका

बीजपुर:जरहा न्याय पंचायत के चार गांवो में लाखों की लागत से सिचाई कूप निर्माण में बड़े पैमाने पर मानक की अनदेखी होने से सरकारी धन का बंदर बांट करने की जानकारी बताई जा रही है। लोकल बालू और बोल्डर के उपयोग से बनाए गए सिचाई कूप का एक दो बारिश के बाद धराशाही होने की आशंका बनी हुई है।बताया जाता है कि सिरसोती में दो, डोडहर में चार, नेमना में एक, मुकुट पहाड़ी के पास एक सिचाई कूप का निर्माण ठेकेदार द्वारा कराया जा रहा है।ग्रामीण बताते हैं कि मिट्टी युक्त बालू और रद्दी बोल्डर खाना पूर्ति के लिए सीमेंट लगाए जा रहे हैं जिसके कारण कूप निर्माण में लीपापोती की जारही है। ठेकेदार रातोरात लखपति बनने के चक्कर मे नेमना गांव मे पुराने और ध्वस्त कुएं को साफ सफाई करा कर लाखों रुपये सरकारी धन बन्दर बांट

करने में लगा हुआ है। मजेदार बात तो यह है कि तेरह मीटर गहरा और छः मीटर चौड़ा सिचाई कूप बनाना है। लेकिन सरकारी धन के लुटेरे सफ़ेदपोश सिचाई कूप को नौ मीटर गहरा और चार मीटर चौड़ा बना कर मानक को ठेंगा दिखा कर खाना पूर्ति कर रहे हैं।ग्रामीण संतराम, सीताराम, दूधनाथ, बैजनाथ, रामबृक्ष, सोहन, बिहारी सहित ग्रामीणों का आरोप है कि डोडहर गांव में कूप निर्माण के दौरान भाई भतीजा वाद के तहत लाभ पहुंचाने के लिए निर्माणाधीन दो सिचाई कूप के बीच महज बीस मीटर की दूरी छोड़ दोनों कुएं का निर्माण करा कर ठेकेदार खुद को भी लाभान्वित किया है।इस बाबत लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता विनय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शिकायत मिली है मैं जांच करवाता हूँ दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।