क्रय विक्रय समिति दुद्धी के अध्यक्ष पद पर बीजेपी का दोबारा कब्जा।

दुद्धी – सोनभद्र / जितेंद्र चंद्रवंशी – सोन प्रभात
दुद्धी, सोनभद्र। ” राजनीति की मंडी बड़ी नशीली है,इस मंडी में सबने मदिरा पी ली है ” किसी शायर की यह रचना सहकारिता क्रय विक्रय समिति लिमिटेड दुद्धी के चुनाव में फिट बैठती है, और राजनीति में कब क्या हो जाए यह कोई भी नहीं जानता कों चरितार्थ करती हैं l भारती जनता पार्टी के राजनीतिक पंडितों ने राजनीति में राजनीति कर सबकों चौका दिया।

दुद्धी सहकारी क्रय विक्रय समिति लि० के अध्यक्ष/सभापति चुनाव को लेकर पिछले चौबीस घंटे चले उठा पटक की खेल में सपा से सदस्य का चुनाव जीते आशीष तिवारी को भाजपा ने अपना प्रत्याशी घोषित कर सबको चौकाते हुए अध्यक्ष/सभापति का पद अपने नाम कर लिया | सभापति के चुनाव में भाजपा की ओर से आशीष तिवारी तथा सपा की ओर से परमेश्वर प्रसाद ने नामांकन किया।मतदान में सभी 12 सदस्यों ने हिस्सा लिया। चुनाव परिणाम घोषणा की गई जिसमें आशीष तिवारी ऊर्फ विक्की को 7 मत मिले जबकि उनके प्रतिद्वन्दी परमेश्वर प्रसाद को 5 मत मिले।आशीष तिवारी को सभापति के लिए निर्वाचित घोषित किया गया । उसी तरह उपाध्यक्ष पद पर आशिफ ऊर्फ राजन को 7 मत मिले जबकि उसके प्रतिद्वंदी ईश्वर को 5 मत मिले।पीसीएफ लखनऊ के लिए अंशुमान राय व सूर्यमणी आमने सामने थे जिसमें अंशुमान राय को निर्वाचित घोषित किया गया। उसी तरह जिला सहकारी बैंक लिमिटेड मिर्जापुर के लिए अंशुमान राय, गौरव सिंह व दिलीप पांडेय को तथा डीसीएफ दुद्धी के लिए दीपक जौहरी, संदीप कुमार जबकि इफको नई दिल्ली के लिए दिलीप पांडेय को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। भाजपा से एक बार फिर दुद्धी क्रय विक्रय अध्यक्ष पद पर कब्जा होने से भाजपाइयों में खुशी की लहर है |
चुनाव के दौरान एडिशनल एसपी टी एन त्रिपाठी, एसडीएम सुरेश राय, सीओ पीएस चंदेल, कोतवाली प्रभारी नागेश सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस फ़ोर्स मौजूद रही|

सपा खेमे से जीता था सदस्य का चुनाव पाला बदलकर बीजेपी से बने अध्यक्ष
दुद्धी, सोनभद्र। गुरुवार को हुए क्रय विक्रय समिति के सभापति चुनाव को लेकर दिनभर चर्चाओ का बाजार गर्म रहा।बुधवार को हुए व्यक्तिगत सदस्य के चुनाव में सपा से सदस्य बने आशीष को भाजपा ने सभापति प्रत्याशी बनाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। सभापति के चुनाव में भाजपा शीर्ष मंडल का जो निर्णय रहा उसकी चर्चाएं गुरुवार को खूब कस्बे में होती रही।लोगो ने कहा यदि भाजपा शीर्ष मंडल बुधवार को हो रहे सदस्य के चुनाव के दिन ही आशीष को अपना प्रत्याशी सार्वजनिक कर दी होती तो चुनाव के दौरान सपा और भाजपा कार्यकर्ता आमने सामने नही हुए होते।आशीष को सदस्य का चुनाव जीतने में सपाइयों ने एड़ी चोटी लगा दी थी लेकिन रातभर चले राजनीति के उलट फेर ने सपा के सपनों पर पानी फेरते हुए बीजेपी ने क्रय विक्रय समिति के सभापति पद पर पुनः अपना कब्जा जमा लिया।