खनन माफियाओं ने अब बरन नदी को बनाया ठिकाना दर्जनों ट्रैक्टर खनन में संलिप्त।
बीजपुर / सोन प्रभात /विनोद गुप्त
बीजपुर(विनोद गुप्त) स्थानीय थाना क्षेत्र के पुनर्वास प्रथम बस्ती के पीछे जंगली रास्ते से होकर गुजरने वाली मशहूर नदी बरन वर्तमान समय खनन माफियाओं का ठिकाना बना हुआ है। बताया जाता है कि यहाँ रात दिन अबैध बालू खनन में संलिप्त दर्जनों ट्रैक्टरों के शोर और गड़गड़ाहट से बस्ती के रहवासियों की नींद हराम हो गयी है। खुलेआम अबैध बालू खनन से रिहंद जलाशय की सहयोगी नदी बरन का अस्तित्व खतरे में आ गया है।
बताया जाता है कि कुछ तथाकथित सफेद पोश नेता और ट्रैक्टर पास कराने में रास्ते की रेकी करने वाले दलालों सहित एक वन दारोग और कुछ वन कर्मियों की मिली भगत से अंधाधुंध बालू खनन के अबैध कारोबार से खनिज विभाग सहित वन महकमे के कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है। सूत्रों पर भरोसा करें तो ग्रामीणों की शिकायत पर शनिवार की रात दो ट्रैक्टरों पर बालू लेकर निकलते हुए एक वन कर्मी ने पकड़ा था लेकिन बाद में सेटिंग गेटिंग कर छोड़ दिया।बताया जाता है कि मंदिर के आसपास खुलेआम बिक रहे बालू गिट्टी की दुकानों पर बरन नदी का बालू खुलेआम बेचने से सरकार के राजस्व की भारी क्षति हो रही है। बरन नदी से बालू खनन को लेकर शनिवार रात में ही दो पक्षो के बीच जमकर तू तू मैं मैं भी हुआ जिससे आगामी दिनों में खनन को लेकर बर्चस्व की आग भड़क सकती है।
इतना ही नही सिरसोती गाँव के पास रिंहद जलाशय में अबैध खनन और परिवहन करते मध्यप्रदेश सीमा क्षेत्र से एक खनन माफिया का ट्रैक्टर बैढन रेंजर ने पकड़ कर गोभा चौकी पर सीज कर दिया है लेकिन यूपी सीमा में खनन बेलगाम होने से चर्चाओं का बाजार गर्म है।इसबाबत एसडीएम दुद्धि सुरेश राय ने कहा हमारे पास सटीक सूचना आयी है इस पर गोपनीय काम हो रहा है जल्द बड़ी कार्रवाई की जाएगी।इधर कार्रवाई की भनक लगते ही डिप्टी रेंजर रामसुख सिंह ने रातों रात जंगल मार्ग में जेसीबी मशीन से आठ आठ फिट गहरा चार गढ्ढा खुदाई करा कर अपनी जिम्मेदारी की इतिश्री कर दी है, यह जानकारी डिप्टी रेंजर रामसुख सिंह ने खुद दी है।