लीज से हट कर एक किमी दूर तक हो रहा है खोखा में बालू खनन।
- प्राकृतिक स्वरूप के साथ पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में जिम्मेदार ही बने भागीदार।
- पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने उठाई एस आई टी से जांच कराने की मांग।
दुद्धी – सोनभद्र/ जितेंद्र चंद्रवंशी/ सोन प्रभात
दुद्धी तहसील के वन रेंज दुद्धी और विंदमगंज के बीच बहने वाली जिले की दूसरी सबसे बड़ी कनहर नदी के खोखा बालू साइड पर शासन द्वारा स्वीकृत खनन स्थल से हट कर एक किमी दूर तक बालू का अवैध रूप से खनन किए जाने का आरोप पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने लगाते हुए एस आई टी टीम गठित कर स्थलीय जांच कराने और जिमेदारो पर कार्यवाही की मांग वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के सचिव और खनन निदेशक का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि शासन स्तर से प्रद्दत लीज से हट कर खनन कर्ताओं ने नियम का उलंघन करते हुए पर्यावरण को नुकसान पहचाने के साथ नदी का प्राकृतिक स्वरूप बिगाड़ रहे है।
सिंगरौली प्रदूषण मुक्ति वाहिनी के संयोजक रामेश्वर प्रसाद, बेचन ,दिनेश,राम नारायण,जमुना, अकलू प्रसाद, सुनीता,आदि ने आरोप लगाया है कि रेत वैध कारोबार के आड़ में करोड़ों रुपए का राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है और जिमेदार मौन है इससे साफ जाहिर होता है कि जिमेदारो की मिली भगत से पर्यावरण के साथ राजस्व को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।कहा है की जो भी जिमेदार अधिकारी है उनकी भूमिका की गोपनीय जांच एस आई टी टीम से कराया जाना जरूरी है।और यदि जिमेदार अधिकारी दोषी पाए जाते है तो नुकसान की रकम उनके संपति से वसूला जाए। मामले को लेकर ज्योश्रेष्ठ खनन अधिकारी जेपी दुबे और खनन निरीक्षक ईश्वर चंद से संपर्क करने पर दोनो ने फोन नही उठाया।