एक बार फिर छिनी दो जिंदगियां, प्रेरणा फाउंडेशन अस्पताल दुद्धी में ऑपरेशन के दौरान जच्चा बच्चा की मौत।
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- सोनू पटेल की उजड़ गई दुनियां ऑपरेशन के दौरान जच्चा बच्चा की मौत, दुद्धी स्वास्थ्य विभाग के सह पर फल फूल रहे फर्जी अस्पताल।
- सीज अस्पताल नाम बदलकर चला रहे अवैध अस्पताल हो रहा मौत का सौदा।
दुद्धी / सोनभद्र – रिपोर्ट : जितेंद्र चंद्रवंशी/ सोन प्रभात
दुद्धी सोनभद्र तहसील अंतर्गत कहने को यह क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र है परंतु यह क्षेत्र अमन शांति का प्रतीक रहा है और आज भी है। परन्तु इस क्षेत्र को विभिन्न प्रकार के अपराध कारित करने वालों ने इस क्षेत्र को मानो अशांत कर रखा है। मानवीय संवेदना शुन्य स्वास्थ्य विभाग दुद्धी व जनपद सोनभद्र के सह पर खुलेआम दर्जनों फर्जी अस्पताल लाखों करोड़ों धन संग्रह करने के लालसा में आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के भोली भाली गरीब जनता का उपचार व आपरेशन के नाम पर मानो मौत का सौदा किया जा रहा हों।
जच्चा बच्चा दोनों की मौत से उजड़ा एक परिवार
एक दुःखद घटना सामने आई, प्रेरणा फाउंडेशन अस्पताल जो एनजीओ द्वारा संचालित है में सोनू कुमार पटेल अपनी अर्धांगनी संगीता उम्र 30 वर्ष जो गर्भवती है और बहेराडोल हाथीनाला थाना क्षेत्र की रहने वाली है को प्रसव के लिए सोमवार की शाम 6 बजे अस्पताल लाया । जहां नार्मल डिलेवरी उपरान्त जच्चा बच्चा दोनों की मौत हो गई । बच्चे की मौत उपरांत हो – हंगामा की भय से मैनेजमेंट द्वारा लौआ नदी तट पर दफन करा दिया गया । और परिजनों की माने तो मृतक संगीता का शव पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी हाउस में रखवा दिया गया है ।
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हैरत की बात है कि डिप्टी सीएमओ द्वारा जब ऑपरेशन (ओटी) पिछले मई माह में बंद कराया था तो फिर यह कैसे सील ओटी चालू हुआ। यह गंभीर जांच का विषय है । ऐसा वाक्य एकमात्र प्रेरणा फाउंडेशन अस्पताल तक ही सीमित नहीं है सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अधीक्षक दुद्धी द्वारा जांच करने का हवाला देकर नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। परंतु जब गांव-गांव आशा स्वास्थ्य कार्यकरत्री है तो ऐसे अस्पताल में मरीज किसके राय पर पहुंचा। म्योरपुर रोड़ दुद्धी, अमवार रोड़ दुद्धी, विंढमगंज रोड़ दुद्धी आदि स्थानों पर दुद्धी में संचालित दर्जनों अस्पताल क्या स्वास्थ्य विभाग के यहां पंजीकृत हैं और नहीं तो क्या स्वास्थ्य विभाग दुद्धी अधीक्षक और कई बार ऐसे अस्पताल पर पहुंचे डिप्टी सी एम ओ द्वारा जांच उपरांत ऐसे अस्पताल पुनः दूसरे नाम से कैसे संचालित हो जा रहे हैं । क्या जानकारी में नहीं है?
गर्भवती महिलाओं को गर्भ से ही सरकार के योजनाओं का लाभ प्रदान कराया जाने का निर्देश है । क्या क्षेत्र की आशा एनम को ऐसे अस्पताल में मरीज को भेजे जाने की जानकारी नहीं है ? सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी में 5 वर्षों से ऊपर कुंडली मारकर वर्षों से बैठे चिकित्सक व कर्मचारियो का तत्काल प्रभाव से स्थान्तरण कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुद्धी का सरकार की मंशा अनुसार स्वच्छ वातावरण बनाते हुए मौत से खेल रहे फर्जी अस्पताल को तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर बन्द जनहित मे कराई जाए मांगे उठ रही है।