चर्चा में चल रहा डोडहर ग्राम पंचायत का आगनबाड़ी केंद्र,ठेकेदार का कब्जा,खाली कराए जाने की मांग

विभाग कहता है कि अभी ठेकेदार द्वारा हैंडओवर नही दिया गया है, ग्रामीणों का आरोप है कि कई महीने इसी आंगनबाड़ी केंद्र में बट चुका है पुष्टाहार
बीजपुर(सोनभद्र):विकास खंड म्योरपुर अंतर्गत डोडहर ग्राम पंचायत में बना आंगनबाड़ी केंद्र इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है इस आंगनबाड़ी केंद्र पर दो ग्राम पंचायतों ( खम्हरिया व डोडहर )के ग्रामीण अपना अपना हक जता रहे । डोडहर की एक आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा कुछ महीनों तक यहाँ अनाज भी बाटा गया है। जबकि उच्चाधिकारियों के अनुसार उक्त आगनबाड़ी केंद्र अभी पूरा नही बना और न ही विभाग को हैंडओवर किया गया है।
जानकारी के अनुसार म्योरपुर ब्लाक के खम्हरिया ग्राम पंचायत अंतर्गत डूमरचुआ टोले में विगत दिनों एक नया आगनबाड़ी केंद्र बनाने का प्रस्ताव पारित हुआ लेकिन ठेकेदार द्वारा उक्त आगनबाड़ी केंद्र को खम्हरिया गांव के डूमरचुआ टोले में न बना कर करीब 4 किलोमीटर दूर डोडहर ग्राम पंचायत के पुनर्वास बस्ती में एनटीपीसी की जमीन पर बनवा दिया। आगनबाड़ी केंद्र के पूरा होते ही एक दबंग ने उस पर अपना कब्जा जमा लिया और उसमें परिवार सहित रहने लगा ग्रामीणों द्वारा एतराज करने पर उन्हें धमकाया जाने लगा। ग्रामीणों ने बताया कि खम्हरिया गांव के डूमरचुआ में बनने वाला आंगनबाड़ी केंद्र डोडहर ग्राम पंचायत में बनवा दिया गया है जबकि डूमरचुआ की आबादी करीब 300 की है यहां बच्चो के लिए एक भी आगनबाड़ी केंद्र नही है आगनबाड़ी सहायिका द्वारा सड़क पर बैठ कर पुष्टाहार बांटा जा रहा है एक आंगनबाड़ी केंद्र बनना था वो भी 4 किलोमीटर दूर डोडहर गांव में बना दिया गया और उसमें भी कोई दबंग अपना घर बना कर रहने लगा है जबकि डोडहर ग्राम पंचायत में पहले से कई आगनबाड़ी केंद्र बने है ग्रामीण शिवकुमार ने बताया कि इस मामले की मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी की गयी है वही ग्रामीण गंगा सागर,कन्हैया लाल,रामसंजीवन आदि ने जिलाधिकारी सोनभद्र का ध्यान आकृष्ट करा कर सरकारी धन के दुरुपयोग की जांच करा कर सम्बन्धितों पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए उक्त आगनबाड़ी केंद्र को दबंग के कब्जे से मुक्त कराए जाने की मांग की है।
इस मामले में ग्राम प्रधान डोडहर केपी पाल ने बताया कि ये किस ठेकेदार द्वारा बनवाया गया है इसकी जानकारी मुझे नही है व मुझे अभी तक हैंडओवर भी नही किया गया है वही बाल विकास अधिकारी म्योरपुर ह्रदय नारायण सिंह ने बताया कि उक्त आगनबाड़ी केंद्र अभी तक विभाग को हैंडओवर नही हुआ है जांच कर बताता हूं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि लाखों की लागत से बने उक्त आंगनबाड़ी केंद्र की जांच यदि सही से कराई जाए तो कई अधिकारियों सहित कई जनप्रतिनिधियों की गर्दन फंस सकती हैं ।।