२० ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को मिली नोटिस।

सोनभद्र- सोनप्रभात , वेदव्यास सिंह मौर्य
विकास खण्ड नगवां में ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपने दायित्व का निर्वहन न करते हुए केवल खाना पुर्ती कर रहे है। संचारी रोग नियंत्रण अभियान की औचक निरीक्षण करने सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी प्राविधिक तकनीकी के द्वारा ग्राम पंचायत झरना में 26 अप्रैल 2023 को औचक निरीक्षण के दौरान चल रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान में ग्रामीण सफाई कर्मी के द्वारा किए गए कार्य पर और असन्तोष व्यक्त किया और काफी नाराज़गी जताते हुए आदेश किया कि जितने सफाई कर्मचारियों की सामुहिक ड्युटी लगाई गयी थी उन लोगों के उपर कार्यवाही करते हुए 26, अप्रैल का बेतन अवरुद्ध करने हेतु आदेश किया और निर्देशित किया गया की 3दिवश के अन्दर अपना स्पष्टीकरण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

इस कार्यवाही से सफाई कर्मचारियों में हड़कम्प मचा हुआ है ।सामुहिक ड्युटी में लगाये गये सफाई कर्मचारियों के नाम निम्नवत है 1 फूलचन्द्र पुत्र विश्वानाथ राजस्व गाँव वैनी 2 महेश कुमार पुत्र धर्मजीत सिंह राजस्व गांव केवाल 3 श्री प्रकाश शुक्ला पुत्र रामप्यारे शुक्ला तैनाती देवरी में देवरा4 सत्येंद्र कुमार सिंह पुत्र शिव प्रताप तैनाती देवरी में देवरा 5 रामाधार पुत्र नंदलाल तैनाती झरना 6 अवधेश कुमार पुत्र शिव प्रसाद तैनाती झरना 7 शिवकुमार पुत्र अर्जुन सिंह तैनाती चकया 8 संजय सिंह पुत्र गोरख गोरखनाथ सिंह तैनाती चकया 9 रामबाबू पुत्र काशी दास तैनाती चकया 10 सुशील कुमार पुत्र त्रिवेणी तैनाती पानिकब कला 11 जागेश्वर पुत्र कुबेर प्रसाद तैनाती पीयरी कला 12 चंदा देवी पत्नी पत्नी प्रेमनाथ तैनाती सेमरीया 13 कृष्ण दयाल पुत्र सियाराम तैनाती पटवध 14 रामबली पुत्र केवल प्रसाद तैनाती पटवध 15 संजय कुमार पुत्र शिवदास तैनाती सोहदवल 16 अंगद प्रसाद पुत्र शिवदास तैनाती सोहदवल 17 विनोद कुमार पुत्र रामबृक्ष तैनाती सोहदवल 18 श्याम बहादुर सिंह पुत्र लाल बर्ती सिंह तैनाती रतहरा 19 रामनरेश पुत्र भुल्लन तैनाती नगांव 20लालती पत्नी जोखू प्रसाद तैनाती कन्हौरा इन लोगों के उपर कार्य वाही किया गया है कुछ ग्रामीणों का कहना हैं की संचारी रोग नियत्रंण में जब इतनी बड़ी लापर वाही देखने को मिल रही है तो यह लोग गाव में क्या काम करेंगे एकही गाँव में 10वर्षो से कुन्डली मारकर बैठे है। इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है कुछ लोग तो अपनी तैनाती अपने ही मुल गाँव या उसी गाँव के राजस्व गाँव में तैनाती कराकर रौब दिखाते रहते है गाँव के होने के नाते कोई भी ब्यक्ति सफाई के लिए कह भी नहीं पाता । कई जगहों पर तो विद्यालय में बच्चे ही साफ सफाई करते देखे जाते है अगर जिले के उच्च अधिकारी विकास खण्ड नगांव में तैनात 10 वर्षों से जमें सफाई कर्मचारियों की जांच कराकर कार्यवाही कर दुसरे जगह पर ट्रांसफर हो जाए तो गांवों की तस्वीर बदल सकती है