पीड़ित परिजनों के ऊपर से फर्जी मुकदमों को समाप्त करने की मांग।
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- सपा प्रतिनिधि मण्डल राम आसरे विश्वकर्मा पूर्व मन्त्री के नेतृत्व में पूर्व विधायक रमेश दूबे पूर्व विधायक परमेश्वर दयाल जिलाध्यक्ष राम निहोर यादव, डा0केडी सिंह पटेल, बाबूलाल यादव, गीता गौर आदि ने पीड़ित के घर पहुंच जानी असलियत।
दुद्धी – सोनभद्र/ जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी ब्यूरो चीफ सोन प्रभात
सोनभद्र। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधि मण्डल मंगलवार को राम आसरे विश्वकर्मा पूर्व मन्त्री के नेतृत्व में पूर्व विधायक रमेश दूबे पूर्व विधायक परमेश्वर दयाल जिलाध्यक्ष राम निहोर यादव डा0केडी सिंह पटेल, बाबूलाल यादव, गीता गौर आदि प्रतिनिधि मण्डल ने 2 जनवरी,2024 को जनपद सोनभद्र के राबटर््सगंज के कम्हारी मोहल्ला में सतीश कुमार विश्वकर्मा के घर पहुंच कर पीड़ित परिजनों से मुलाकात की और घटना की जानकारी ली।
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गौरतलब हो कि बीते 16 दिसम्बर,2023 को सतीश विश्वकर्मा एडवोकेट ने अपनी पत्नी संगीता विश्वकर्मा उम्र लगभग 24 वर्ष के डिलिवरी हेतु राबटर््सगंज शहर के पंचशील अस्पताल में डा0अनुपमा मौर्य की देखरेख में भर्ती कराया था। डा0अनुपमा मौर्य ने बताया कि मरीज का आपरेशन कराना होगा जिसके लिये उन्होंने सहमति दे दी। पंचशील अस्पताल में शाम 4 बजे डाक्टर ने आपरेशन किया। पता चला कि मरीज की कोई नस कटने से ब्लीडिंग होने लगी तो डाक्टर ने सतीश विश्वकर्मा से कहा कि खून का प्रबंध करिये आपकी पत्नी को खून चढ़ाना होगा। सतीश विश्वकर्मा द्वारा तीन बोतल खून उपलब्ध कराया गया। खून चढ़ाने के बाद जब ब्लीडिंग नहीं रूकी तो पंचशील अस्पताल के डाक्टरों ने मरीज को अपनी ओर से आपरेशन हेतु वाराणसी के मीरापुर बसई स्थित मान्धाता अस्पताल में रिफर कर दिया। जहां पर रात्रि के 12 बजे आपरेशन करते समय उनकी पत्नी की मौत हो गयी। जिसको अस्पताल ने छिपाकर रखा तथा दूसरे दिन 12 बजे दिन में परिजनों को बताया कि उनकी पत्नी की मृत्यु हो गयी है। सतीश विश्वकर्मा के पत्नी की मौत अस्पताल के डाक्टरों की लापरवाही के चलते हुई जिसके लिये पंचशील अस्पताल और सम्बन्धित अस्पताल के डाक्टर दोषी हैं।
सतीश विश्वकर्मा ने थाना कोतवाली में पंचशील अस्पताल के डाक्टर अनुपमा मौर्य के बिरूद्ध एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया लेकिन पुलिस ने पंचशील अस्पताल और अज्ञात के नाम धारा 304 आईपीसी में एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने आज तक कोई कार्यवाही नहीं की उलटे अस्पताल के एक कर्मचारी विमलेश मौर्य के द्वारा सतीश विश्वकर्मा के परिजनों व अज्ञात के विरूद्ध धारा 307, 147, 504, 506, आईपीसी में एफआईआर लिखवा दिया गया। अब पुलिस सतीश विश्वकर्मा की पत्नी के मृत्यु के दोषी डाक्टरों की गिरफ्तारी नहीं कर रही है, उलटे पुलिस उनके ऊपर कार्यवाही की धमकी दे रही है। प्रतिनिधि मण्डल की मांग है कि सम्पूर्ण मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाय। सतीश विश्वकर्मा की पत्नी के हत्यारों की गिरफ्तारी करायी जाय। पंचशील अस्पताल को सीज कराया जाय पीड़ित के परिजनों को मुआवजा दिया जाय तथा पीड़ित परिजनों के ऊपर लिखे गये फर्जी मुकदमों को समाप्त कराया जाय। प्रतिनिधि मण्डल पीड़ित परिजनों को इस दुख की घड़ी में ढांढस बंधाया साथ ही मृतका के चित्र छाया पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।