कंबल वितरण में ग्राम प्रधान की मनमानी से जनता परेशान।
- ग्रामीणों ने अपात्रों को कंबल देने का लगाया आरोप।
सोनभद्र, सोनप्रभात, वेदव्यास सिंह मौर्य
विकास खंड नगवां में ग्राम प्रधानों की मनमानी से ग्रामीण जनता परेशान दिख रही है ताजा मामला ग्राम पंचायत सरई गढ़ का है जहां पिछले दिनों राजस्व विभाग द्वारा कंबल वितरण कराया गया था राजस्व विभाग की ओर से लेखपाल सुबोध सिंह तथा ग्राम प्रधान शंभू यादव के द्वारा गरीब असहाय लोगों को कमल वितरण किया गया इस मामले में ग्रामीण ने ग्राम प्रधान के ऊपर मनमानी तरीके से अपने चहेतों को कंबल देने का आरोप लगाया था जो पात्र नहीं है।
वार्ड सदस्य प्रमोद यादव ने बताया कि ग्राम पंचायत में कंबल वितरण करने हेतु 500 कंबल दिए गए थे जिसमें ढाई सौ कंबल वितरित किए गए हैं बाकी कंबल ग्राम प्रधान ने अपने घर पर रखवा लिया है तथा रात्रि में अपने-अपने लोगों को बुलाकर कंबल दे रहा है जिसमें बेसहारा बुजुर्ग इस भीषण ठंड में सरकार की योजना से वंचित हो रहे हैं।
बताते चलें कि यह वही ग्राम पंचायत है जहां पर वहां के वार्ड सदस्यों ने ग्राम प्रधान के ऊपर विकास कार्यों में भारी अनियमितता का आरोप लगाया था जिस पर जांच चल रही है वार्ड सदस्य प्रमोद यादव ने बताया कि जांच तो किए बहुत दिन हो गए परंतु विभाग द्वारा अभी तक ग्राम प्रधान के ऊपर कोई कार्यवाइ नहीं की गई है जिससे ग्राम पंचायत में भारी भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है जिम्मेदार मौन है नवाडीह में एक वर्ष पूर्व गलियों का आरसीसी कराया गया था जो बिल्कुल टूट गई है।
यह वही ग्राम प्रधान है जो गांव में बनी खड़ंजे को निकाल कर पत्थर से अपने मकान का निर्माण कार्य कर रहा था जिसकी एक वीडियो काफी वायरल हुई थी उसमें प्रदान कर रहा था कि मेरी संपत्ति है चाहे मैं इसे घर बनवाएं या कुछ और कार्य करे यह मेरी संपत्ति है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम प्रधान पैसे के बल पर मनमानी करता आ रहा है जब भी कोई जांच आती है पैसे के दम पर जांच को खत्म करवा देता है। और अधिकारी जांच को ठंडे बस्ते में डाल कर इतिश्री कर लेते हैं अब देखना है कि आखिर प्रधान की चल रही जांच सही दिशा में होती है या हमेशा की तरह लीपापोती कर जिम्मेदार पल्ला झाड़ लेते है।
खैर जो भी हो प्रदेश सरकार की जीरो टार्लेंस की नीति को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी सोनभद्र को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए ताकि ग्राम पंचायत में हो रहे अनियमित को रोका जा सके।