”आदिवासी, वनवासी समाज के विकास बिना देश के विकास की कल्पना असम्भव।” — राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद .

- सोनभद्र पहुंचे राष्ट्रपति, सेवाकुंज आश्रम चपकी के मंच से किया देशवासियों जनसमुदाय को सम्बोधित।
आशीष कुमार गुप्ता ‘अर्ष’ – सोनप्रभात
– राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द रविवार की सुबह 10.20 बजे सेना के विशेष हेलिकॉप्टर से बभनी स्थित सेवा कुंज आश्रम में बनाए गए हेलीपैड पर पहुंचे। यहां जनप्रतिनिधियों, वरिष्ठ अधिकारियों ने उनकी अगवानी की। इससे पूर्व बरेका गेस्ट हाउस में रात्रि विश्राम करने के बाद राष्ट्रपति सुबह 9:30 बजे हेलिकाप्टर से सोनभद्र के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं।
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आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि –
“आदिवासी और वनवासी समाज के विकास के बिना देश के विकास की कल्पना संभव नहीं है। भगवान राम ने भी जो विजय प्राप्त की वह भी इनको साथ लेकर चले। आहवान किया कि संस्कृति और देश की रक्षा समानत परंपराओं के साथ करें। वनवासी समाज की दशा पर चिंता व्यक्त की और कहा कि वनवासी समाज का का असली स्वरूप के लिए सोनभद्र में समय बिताना होगा।

मुझे खुशी हो रही है कि यहां सेवा कुंज आश्रम अपने प्रयास से उनको आगे बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री के भाषण का संज्ञान लेते हुए कहा कि प्राथमिक शिक्षा के बाद बच्चों को बाहर नहीं जाना होगा। उन्हें सोनभद्र में ही मेडिकल कालेज में पढ़ने और चिकित्सक बनने का सौभाग्य प्राप्त होगा।”
‘‘जिस तरह से सेवा आश्रम काम कर रहा है और सरकार कार्य कर रही है उससे लगता है कि इस इलाके सहित छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार और मध्य प्रदेश का भी विकास होगा और यह देश के समृद्धतम इलाकों में शुमार होगा। कहा कि बीस साल पहले आये थे जब आश्रम के लिए जमीन खरीदी जा रही थी और पूछा कि क्या करेंगे तो जवाब मिला कि बच्चों को शिक्षित किया गया। आज इसका सदुपयोग देखकर गौरव हो रहा है।”
राष्ट्रपति ने संबोधन की शुरुआत में लोगों से उनकी ही भाषा में संवाद किया और कहा कि – ‘सबन भाई-बहिनी को जोहार ! माई बिंध्यवासिनी अउर ज्वाला देवी के आसीरबाद लेवे के खातिर अउर अपने बनवासी समाज के भाई-बहिनी से मिले हम ई सोनाञ्चल में आज आइल हई।
आज मुझे भगवान बिरसा मुंडा जी का स्मरण हो रहा है। उन्होंने अंग्रेजों के शोषण से वन संपदा और वनवासी समुदाय की संस्कृति की रक्षा के लिए अनवरत युद्ध किया और शहीद हुए।उनका जीवन केवल जनजातीय समुदायों के लिए ही नहीं बल्कि सभी देशवासियों के लिए प्रेरणा और आदर्श का स्रोत रहा है।’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किशोरी से संवाद किया। वहीं आदिवासी और वनवासी समाज के अक्षम बच्चों को खोजकर उनको पढ़ाने का इंतजाम करने के लिए सरकार की ओर से पहल करने की जानकारी भी दी। हर घर नल और हर घर जल योजना को शुरू करने की जानकारी देते हुए स्वच्छ जलापूर्ति के लिए अपनी वचनबद्धता दोहराई।
- तैयारियां व स्वागत-
अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से सम्बद्ध सेवा समर्पण संस्थान सेवाकुंज आश्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन की तैयारियां सुबह ही पूर्ण कर ली गयीं। राष्ट्रपति द्वारा लोकार्पण होने वाले छात्रावास, शबरी भोजनालय में भी तैयारियों को अंतिम रूप सुबह दिया गया। आश्रम के प्रदेश सह संगठन मंत्री आनंद ने बताया कि महामहिम राष्ट्रपति के साथ अनुसूचित जनजाति के 11 बैगा समुदाय के लोगो द्वारा प्रकृति पूजन, हवन कराया जायेगा।
- हैलीपैड से मंच तक वनवासी कलाकारों ने की आगवानी
आश्रम के सह संगठन मंत्री आनंद ने बताया कि बनवासियों की परंपरागत लोक नृत्य कर्मा, शैला के कलाकार हैलीपैड से लेकर मंच तक किनारे खड़े होकर अपनी कला, नृत्य से राष्ट्रपति की आगवानी की। जिला प्रशासन के साथ बड़ी संख्या में स्वयं सेवक व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाले हुये हैं।
सेवाकुंज के सह संगठन मंत्री आनंदजी ने बताया कि महामहिम के स्वागत के लिए पांच छात्राओं को राष्ट्रगान के लिए रखा जाएगा। उनके नाश्ते के लिए बनवासी संस्कृति के आधार पर बना महुए का लट्टा, मोरला तीसी का लड्डू, चने के बेसन की नमकीन शामिल की गई है। प्रसाद के लिए ज्वालामुखी मंदिर से खोए से बना पेंड़ा मंगाया गया है और अंगूर, संतरा समेत अन्य मौसमी फल के अलावा पीने के लिए आश्रम के घड़ों का शुद्ध जल है।