“न दिन,न रात ,न मौसम देखा करते है
हम रक्तदानी है ,बस हालात देखा करते है” :- दिलीप कुमार दुबे
रेणुकूट, सोनभद्र। “देकर अपना रक्त बनाते है खून के रिश्ते ,तभी तो लोग कहते है आ गए फरिश्ते” जी जी हां इसे सच साबित किया इटावा उत्तर प्रदेश के अक्षत यादव और अयोध्या के आलोक सिंह ने।”
आपको बताते चले कि प्रयास फाउंडेशन ग्रुप में हिंडालको हॉस्पिटल में कायर्रत डॉ.टी.डी.तिवारी से जानकारी मिली कि उनके बेटे अनमोल तिवारी बेंगलुरु में दुर्घटनाग्रस्त हो गए है और संत जॉन मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सरजापुरा बेंगलुरु में भर्ती है और ऑपेरशन में दो यूनिट ब्लड की आवश्यकता है। उन्होंने तुरंत प्रयास फाउंडेशन के सचिव दिलीप दुबे व रक्तदान प्रभारी अमित चौबे से सम्पर्क किया। प्रयास फाउंडेशन ने रेणुकूट निवासी व रक्तदाता अमित तिवारी से सम्पर्क किया जो आजकल बेंगलुरु के लाइफरे कम्पनी में नौकरी कर रहे है। अमित तिवारी के प्रयास से इंफोसिस कर्मचारी अक्षत व टी वी एस कर्मचारी आलोक ने अमित के साथ 38 किलोमीटर की दूरी तय कर ब्लड बैंक जाकर रक्तदान किया। जिससे 24 वर्षीय डॉक्टर पुत्र का सफल ऑपेरशन हो सका। अमित तिवारी भी लाइफरे इंडिया लिमिटेड में कर्मचारी है और उनके पिता श्री सुरेंद्र तिवारी हिंडालको के बॉयलर एंड कोजन विभाग रेनुकूट में कार्यरत है।
प्रयास के इस नेक कार्य का हर तरफ चर्चा हो रही है। अमित चौबे ने बताया कि हम जब भी किसी मरीज को रेनुकूट में ब्लड की मदद करते है तो उनके बच्चे रिश्तेदार का नम्बर व कहा रहते है ये जानकारी लेते है जिससे रेणुकूट के बाहर मदद करने में सहयोग मिलता है। आप सभी लोग भी प्रयास फाउंडेशन से जुड़े मिशन को सफल बनाने में सहयोग करे, जिससे किसी की जान ब्लड के वजह से न जाने पाए।
Ashish Gupta is an Indian independent journalist. He has been continuously bringing issues of public interest to light with his writing skills and video news reporting. Hailing from Sonbhadra district, he is a famous name in journalism of Sonbhadra district.